हरीश गुप्ता/छतरपुर: छतरपुर जिले में एक अजीब मामला सामने आया. यहां 96 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई थी. परिजनों ने उनके दाह-संस्कार की तैयारी भी कर ली थी. गऊ पूजन भी हो गया. रिश्तेदारों को भी खबर भेजवा दी गई. लोग आ गए. अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रहीं थीं, तभी बुजुर्ग अचानक उठ बैठा और बोला-मैं जिंदा हूं. सभी लोग पहले तो अचंभित हुए फिर रोना-धोना बंद किया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पढ़ने में यह कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं लग रही है, लेकिन ऐसा सच में हुआ है. दरअसल,  यह कहानी लवकुशनगर नगर के सिंचाई कॉलोनी के चंदला रोड में रह रहे 96 बुजुर्ग मनसुख कुशवाहा के साथ घटित हुई. यह मामला बीते रोज का है. यहां मनसुख कुशवाहा का स्वास्थ्य बीते दो वर्षों से खराब चल रहा था. पैर टूट जाने से वह चल नहीं पा रहा था. उसका छोटा बेटा राम कृपाल कुशवाहा व उसका परिवार बुढ़ापे में उसका सहारा बना हुआ है. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने से इलाज भी बंद हो गया था. इससे उसे पीड़ा हो रही थी. 


PM मोदी और CM शिवराज को लिखा धर्म परिवर्तन के लिए पत्र, इस वजह से परेशान है पूरा हिंदू परिवार


'मैं अभी जिंदा हूं'
बीते रोज अचानक उनके शरीर में हलचल होनी बंद हो गई. परिजनों ने उन्हें जगाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं जागे. परिजन रोना-धोना शुरू कर दिए. रिश्तेदारों को खबर दी गई. अंतिम संस्कार की तैयारी होने लगी. आस-पास से रिश्तेदार भी आ गए. हिंदू रीति रिवाज से गऊ पूजन कराया गया. इसके बाद बुजुर्ग को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने वाले थे, तभी वह जाग गए और खाट से उठकर बैठ गए. आवाज लगाकर बोले, 'मैं अभी जिंदा हूं.' उनको जिंदा देख लोगों की आंखों में खुशी के आंसू निकलने लगे. 


जब सैलून में पहुंचा बंदर, कटिंग तो नहीं कराई, किया कुछ ऐसा, देखें VIDEO


स्थास्थ्य खराब होने से हो गए कमजोर
परिजन बोले हालात ज्यादा खराब होने के कारण वह कभी खाना तो कभी पानी के सहारे रहते हैं. मनसुख कुशवाहा की आयु 96 वर्ष की हो जाने व पूर्व में कुछ समय तक स्वास्थ्य अधिक खराब रहने से वह कमजोरी महसूस रहे थे. फिलहाल उनका स्वास्थ्य ठीक है. वह बातचीत कर रहे हैं.


WATCH LIVE TV