सुकून की तलाश में लाखों का पैकेज छोड़ सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन गया चायवाला, अब हो रही तारीफ
आज कि दौड़-भाग भरी जिंदगी में हर एक शख्स अपनी जिंदगी में सिर्फ यही चाहत रखता है कि वो जो भी काम करे उसमें उसे सुकून मिले. इसी सुकून की चाहत में छिंदवाड़ा के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने नौकरी छोड़ दी.
सचिन गुप्ता/छिंदवाड़ा: आज कि दौड़-भाग भरी जिंदगी में हर एक शख्स अपनी जिंदगी में सिर्फ यही चाहत रखता है कि वो जो भी काम करे उसमें उसे सुकून मिले. इसी सुकून की चाहत में छिंदवाड़ा के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने नौकरी छोड़ दी. उसने चाय की दुकान खोल ली.
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा शहर में एक युवा ने 'इंजीनियर चायवाला' के नाम से चाय की दुकान खोली है. इसकी काफी चर्चा है. चाय की दुकान में लगे हुए बोर्ड पर लिखे हुए शब्द लोगों को आकर्षित कर रहे है. बोर्ड पर कुछ इस प्रकार लिखा हुआ है 'वैसे तो मैं सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूं, मैं कई कंपनियों में काम कर चुका हूं. जहां पैसे तो मिलते थे, लेकिन सुकून नहीं. मैं हमेशा से ही बिजनेस करना चाहता था' इस चायवाले का नाम अंकित नागवंशी है.
खंडवा BJP सांसद नंदकुमार चौहान के विवादित बोल- कमलनाथ शासनकाल को बताया 'आतंक का राज'
दरअसल, अंकित नागवंशी मल्टीनेशनल कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर नौकरी करता था. उसका पैकेज लाखों में था, लेकिन वहां उन्हें वो सुकून नहीं मिला जिसकी उसे चाहत थी. इसलिए उसने शहर के ELC चौक में खुद का चाय का ठेला लगाकर व्यापार शुरू किया, दुकान का नाम रखा 'इंजीनियर चायवाला'.
पैसा तो था पर सुकून नहीं
इंजीनियर चायवाला ने बताया कि मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने के बाद उसने पैसा तो बहुत कमाया, लेकिन उसे सुकून नहीं मिला. अंकित ने बताया कि जब वह ऑफिस में काम करने जाता था तो वहां पर उनके टेबल में रोजाना दो टाइम चाय आती थी. जब वह चाय बेचने वालों से उनकी कमाई के बारे में पूछता तो वो लाखों में बताते थे. ऐसे में अंकित नागवंशी ने सोचा कि जब दूसरों की नौकरी करके लाखों कमाते हैं तो क्यों न खुद का रोजगार किया जाए. जिससे सुकून भी मिलेगा और शांति. साथ ही परिवार को समय भी दे पाएंगे.
परिवार के मुखिया को डसा तो परिजनों ने सांप को 4 दिन तक बंधक बना कर रखा
टाइमिंग से बनती है चाय
अंकित चाय में इंजीनियरिंग तड़का लगाते हैं और टाइमिंग के हिसाब से चाय में सामग्री डालते हैं. चाय का स्वाद अच्छा लाने के लिए हर दिन नए प्रयोग करते हैं. टाइमर के साथ देखा देखते हैं कि चायपत्ती, शक्कर, तुलसी की पत्तियां और इलायची कब डाली जानी है, तब कहीं जाकर बनती इंजीनियर की चाय.
WATCH LIVE TV