PM मोदी और CM शिवराज को लिखा धर्म परिवर्तन के लिए पत्र, इस वजह से परेशान है पूरा हिंदू परिवार
पीड़ित परिवार ने पुलिस को बताया कि वह रोज-रोज की प्रताड़ना से तंग आ चुके हैं.
ग्वालियरः ग्वालियर से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. शहर में रहने वाले एक हिंदू परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर धर्म परिवर्तन की मांग की है.
यह है पूरा मामला
दरअसल, ग्वालियर के माधव गंज थाना क्षेत्र के तहत आने वाले आपा गंज क्षेत्र में रहने वाले एक सवर्ण हिंदू परिवार ने अपने पड़ोस में रहने वाले अनुसूचित जाति के परिवार से जान से खतरा होने का खतरा बताते हुए धर्म परिवर्तन की अनुमति मांगी थी. जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया था. परिवार के मुखिया अजय शर्मा ने अब परिवार ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से धर्म परिवर्तन की गुहार लगाई है, पीड़ित परिवार का कहना है कि आपागंज इलाके में वह पिछले 23 साल से निवासरत कर रहे हैं, पड़ोस में ही रहने वाले अनुसूचित जाति परिवार के द्वारा लगातार उनके परिवार को एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकियां मिलती रहती हैं और आस पड़ोस के लोग यदि हमारी मदद भी करना चाहते हैं तो उन्हें भी वह झूठे केस में फंसाने की धमकी देते रहते है.
पीड़ित परिवार ने पुलिस को बताया कि वह उनकी रोज-रोज की प्रताड़ना से तंग आ चुके हैं, यही कारण है कि वह अब अल्पसंख्यक धर्म अपनाना चाहते हैं, उन्हें उम्मीद है कि अल्पसंख्यक वर्ग के लोग उनकी मदद करने के लिए आगे आएंगे. यह मामला सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है.
कलेक्टर और एसपी को भी दिया ज्ञापन
पीड़ित परिवार ने इस मामले में ग्वालियर जिले के कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह और एसपी अमित सांघी को भी ज्ञापन दिया था. पीड़ित परिवार का कहना था कि उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है. जबकि उनकी कोई सुनवाई भी नहीं हो रही. अजय शर्मा का कहना है कि उनका परिवार राजनीतिक रसूख वाला भी है, इसलिए आए दिन वह उन्हें धमकाते है, जिससे पूरे परिवार में भय का माहौल रहता है. वहीं धर्म परिवर्तन का पत्र वायरल होने के बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया.
एसपी ने कहा ऐसा कुछ नहीं होगा
वहीं इस मामले को लेकर जब ग्वालियर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि युवक 3 दिन पहले पुलिस से मिला था और एक आवेदन भी दिया था, जिसमें दूसरे पक्ष के द्वारा गलत तरीके से मामला दर्ज कराने की आशंका जाहिर की थी, उसे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समझाएं दे दी गई थी. इसके बाद मामला खत्म हो गया है, इसके साथ ही उसने पुलिस को दिया आवेदन वापस लेने की भी बात कही थी. क्योंकि मामला बेहद संवेदनशील है. एसपी ने कहा कि यह मामला तीन दिन पुराना है, जिसमें आवेदन करने वाले परिवार को सुरक्षा का पूरा भरोसा दिलाया गया है.
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