पीतांबर जोशी/होशंगाबाद: भारतीय हॉकी टीम ने ब्रिटेन को हराकर टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic 2020) के सेमीफाइनल में एंट्री कर ली है. 49 साल बाद भारत (Hockey India) ने सेमीफाइनल में जगह बनाई है. इससे पहले 1972 में आखरी बार भारत की टीम अंतिम चार में जगह बनाई थी. सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला वर्ल्ड नंबर-1 बेल्जियम ( Ind vs Belgium) से होगा. भारतीय हॉकी टीम में एमपी के एकमात्र खिलाड़ी विवेक सागर (Vivek Sagar) ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. उनके माता-पिता को इस बार भारत के नाम गोल्ड मिलने की उम्मीद है. विवेक को सीएम शिवराज ने भी बधाई दी है.


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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के निवासी भारतीय हॉकी टीम के सदस्य विवेक सागर को फोन कर श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए बधाई दी. मुख्यमंत्री चौहान ने सागर से बातचीत करते हुए कहा कि "टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic 2020) में आपके और भारतीय हाकी टीम के शानदार प्रदर्शन के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं, मुझे आप पर गर्व है और पूरा विश्वास है कि भारतीय हाकी टीम निरंतर सफलताएं अर्जित करेगी. आप खेलो और जीतो, मध्यप्रदेश की जनता की तरफ से बहुत बधाई."


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हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर के पिता रोहित प्रसाद ने बताया कि घर में खुशी का माहौल है. उन्होंने कहा कि टीम अच्छा प्रदर्शन कर है. इस बार गोल्ड मेडल भारत के नाम होगा. उन्होंने कहा कि मैच के दौरान पूरा घर टीवी के सामने बैठा रहता है. कोई भी खिलाड़ी भारत के लिए गोल करता है तो सभी ताली बजाकर उनका उत्साह वर्धन करते हैं. विवेक की मां कमला देवी ने बताया कि घर पर सभी लोग बहुत खुश हैं. टीम सेमी फाइनल में पहुंची है. टीम फाइनल में पहुंचकर जीते और गोल्ड मेडल लाए यही भगवान से प्रार्थना है.


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इटारसी से 7 किलोमीटर दूर एक छोटे से गांव चांदोन के निवासी विवेक सागर आज अपनी प्रतिभा के दम पर खेलों के सबसे बड़े मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. अर्जेंटीना के खिलाफ हुए मैच में भारत ने शानदार जीत दर्ज की थी. विवेक सागर ने मैच में गोल किया था. इस जीत के साथ ही भारतीय टीम क्वॉर्टर फाइनल में पहुंची थी. हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के बेटे अशोक कुमार ने विवेक सागर की खोज की थी. विवेक का जीवन काफी संघर्ष में गुजरा है. 


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