11 साल पहले पिता की हत्या कर अपहरण कर ले गए थे नक्सली, अब उनके चंगुल से छूटकर ये करना चाहती है नाबालिग युवती
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11 साल पहले पिता की हत्या कर अपहरण कर ले गए थे नक्सली, अब उनके चंगुल से छूटकर ये करना चाहती है नाबालिग युवती

आत्मसमर्पण करने वाली नाबालिग नक्सली ने बताया कि 11 साल पहले उसके पिता की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. 

मां के साथ पुलिस के सामने किया आत्मसमर्पण

नारायणपुरः नक्सलियों को मुख्य धारा में जोड़ने की पुलिस की मुहिम धीरे-धीरे सफल होती दिख रही है. पिछले दिनों दो महिला नक्सलियों ने समपर्ण किया था. वहीं अब नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के जंगलों से नक्सलियों के चुंगल से भागकर एक नाबालिग महिला नक्सली ने अपनी मां के साथ जिले के एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. 

आगे पढ़ने की जताई इच्छा 
पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण कर नाबालिग नक्सली ने आगे पढ़ने की इक्छा जाहिर की है. जिस पर पुलिस परिवार द्वारा पढ़ाने की बात कही गई और नाबालिग नक्सली की मां को दस हजार की सहायता राशि भी दी गई है. एएसपी नीरज चंद्राकर ने कहा कि नक्सली बच्चों को अपने नक्सली संगठन में उपयोग कर रहे हैं,  इस बात की जानकारी समर्पण करने वाली नक्सली की मां ने बताई है. लेकिन अगर यह बच्चे नक्सली संगठन छोड़कर पुलिस के सामने समपर्ण करते हैं तो उन्हें आगे बढ़ने और पढ़ने में पुलिस मदद करेगी. 

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पिता की हत्या नक्सलियों ने 11 साल पहले की थी
आत्मसमर्पण करने वाली नाबालिग नक्सली ने बताया कि अबूझमाड़ के जाटलूर में उसके पिता की हत्या नक्सलियों ने साल 2010 में कर दी थी, जिसके बाद पूरा परिवार डर डर के अपना जीवन यापन कर रहा था, जब उसकी उम्र 14 साल की थी तब अर्जुन कमांडर उसे घर से उठाकर नक्सली दलम में ले गया. 

नक्सलियों ने दलम में नाबालिग से मिलिशिया का कराया काम
वर्ष 2018 में 14 साल की उम्र में नक्सली कमांडर अर्जुन जब अपने साथ ले गया था, नक्सलियों के संगठन में मिलिशिया का काम कराया जाता था, जिसमे मीटिंग की व्यवस्था, भोजन बनाना, राशन की व्यवस्था जैसे काम कराए जाते हैं. इस दौरान हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी उसे दी गई थी. 

इस तरह नक्सलियों के चंगुल से भागी नाबालिग 
नाबालिग ने बताया कि नक्सलियों के साथ रहकर वह महिला काफी परेशान थी, जब मौका मिला तो वहां से भागकर अपने घर जाटलूर पहुंची और अपनी मां को लेकर ओरछा थाना पहुंच गई. जहां उसने नारायणपुर एसपी के समक्ष समर्पण कर दिया और अपनी पूरी कहानी एसपी को बताई. 

नारायणपुर के अतरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर ने बताया कि नक्सलियों के चुंगल से भागकर पहुंची महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण कर पढ़ने की इक्छा जाहिर की है. उसे और उसके परिवार को पुलिस की तरफ से आगे पढ़ाया जाएगा, ताकि वह जो वो बनाना चाहती है वो बन पाए. हमारी सभी ऐसे बच्चे जो नक्सलियों के चुंगल में है वो आना चाहते है तो हमारे पास आये हम उनकी पूरी मदद करेंगे. 

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