Madhya Pradesh News: पुलिस अब FIR और शिकायत लिखने के दौरान इस्तगासा, इरादतन, नकबजनी और मुकीम... जैसे शब्दों को इस्तेमल नहीं करेगी. पुलिस की लिखा-पढ़ी और बोलचाल की भाषा में उर्दू, फारसी और अन्य भाषाओं के 69 शब्दों का इस्तेमाल अब बंद कर इनकी जगह हिंदी का उपयोग होगा. इसको लेकर मध्य प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी कर दिया है. 


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दूसरी ओर मामले में सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी के पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने मध्य प्रदेश विधानसभा में दो वर्ष पहले इस मुद्दे को उठाया था . यशपाल सिंह सिसोदिया का कहना है कि 1896 के समय से पुलिस विभाग में ये शब्द इस्तेमाल हो रहे थे. बोल चाल की भाषा में हिंदी के शब्द नहीं है. कई शब्द ऐसे हैं जो समझ नहीं आते है. इसलिए इन्हें बदलना बेहद जरूरी था.


कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
इस मामले पर कांग्रेस सरकार से सवाल पूछ रही है. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी सरकार के पास नाम बदलने के अलावा कोई काम नहीं है. अब पुलिस कार्य प्रणाली में इस्तेमाल होने वाले शब्द भी बदल दिए है . कभी शहर का नाम, स्टेशन का नाम बदल दिया गया. क्या मुजरिम को अपराधी कहने से अपराध खत्म हो जाएगा. जरूरी है कि नाम नहीं काम बदले सरकार. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकर पर पहले धार्मिक आधार पर बंटवारा करती है अब भाषा और बवाल करने में जुटी है..


उर्दू-फारसी के 69 शब्द हटाए
मध्यप्रदेश पुलिस का नया शब्दकोश तैयार हो गया है. पुलिस की डिक्शनरी से उर्दू-फारसी के 69 शब्द हटा दिए गए. पुलिस अब लिखा पढ़ी और बोलचाल की भाषा में 69 उर्दू शब्दों की जगह हिंदी के शब्द इस्तेमाल करेगी. पुलिस मुख्यालय की अपराध अनुसंधान शाखा ने आदेश जारी कर दिया है. एडीजी पवन श्रीवास्तव ने पुलिस इकाईयों को नए शब्दकोश के उपयोग के निर्देश दिए. अपराध अनुसंधान अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पवन कुमार श्रीवास्तव ने सभी पुलिस आयुक्त और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा.


ये होंगे नए शब्द


-ताजिरात-ए-हिंद- भारतीय दंड संहिता/विधान
-जाप्ता फौजदारी- दंड प्रक्रिया संहिता
-अदालत- न्यायालय
-अदम चैक- असंज्ञेय, पुलिस हस्तक्षेप, अयोग्य अपराध की सूचना
-कैदखाना- बन्दी गृह
-जुर्म-दफा- अपराध, धारा 
-हाजिर/गैरहाजिर- उपस्थित/अनुपस्थित
-तफ्तीश/तहकीकात- अनुसंधान/जांच, विवेचना
-आमद/रवाना,रवानगी- आगमन, प्रस्थान
-तहरीर- लिखित/लेखीय विवरण
-इस्तगासा- दावा, परिवाद
-इत्तिला/इत्तिलान- सूचना/सूचनार्थ
-इमरोजा- आज दिनांक 
-इमदाद,मदद- सहायता
-तामील/अदम तालीम- सूचित/सूचित न होना 
-म्याद- समय सीमा, अवधि
-इरादतन- साशय
-कब्जा- आधिपत्य
-खारिज/खारिजी/रद्द- निरस्त/निरस्तीकरण
-खून आलूदा- रक्त रंजित, रक्त से सना हुआ
-खैरियत- कुशलता
-गवाह/गवाहान- साक्षी/साक्षीगण
-गुजारिश- प्रार्थना, निवेदन
-गिरफ्तार/हिरासत- अभिरक्षा
-चश्मदीद,गवाह- प्रत्यक्षदर्शी, साक्षी
-बयान- कथन
-जमानत/मुचलका- प्रतिभूति/बंधपत्र
-जब्त- अभिग्रहण, अधिग्रहण
-तत- अंतर्गत
-जख्म/जख्मी/मजरूब- चोट,घाव/घायल, आहत
-ताकीद/हिदायत- चेतावनी, समझाइश
-तफतीश कुनिन्दा- विवेचक, अनुसंधानकर्ता,अन्वेषक
-तब्दील- परिवर्तित, परिवर्तन
-थाना हाजा- आरक्षी केंद्र पर उपस्थित
-दस्तावेज- प्रपत्र, अभिलेख
-दस्तयाब- खोज लेना, बरामद
-दीगर- अन्य, दूसरा
-नकबजनी- गृहभेदन, सेंधमारी
-मौका ए वारदात- घटना स्थल
-नजीर- दृष्टांत
-परवाना- परिपत्र, अधिपत्र
-फरियादी- आवेदक, शिकायतकर्ता
 -फौत- मृत्यु
-फैसला- निर्णय
-सजा/बरी- दोष सिद्ध/दोष मुक्त
-मुकीम- रूकना, ठहरना
-माकूल- उचित
-मुल्जिम/मुजरिम- आरोपी/अपराधी
-मसरूका- संपत्ति
-मुतफर्रिक- विविध
-मर्ग- अकाल मृत्यु
-मंजूरशुदा- स्वीकृत
-शिनाख्त- पहचान
- सहवन- भूलवश, त्रुटिवश
-सबूत- साक्ष्य, प्रमाण
-सकुनत/साकिन- पता/निवास
-संगीन- गंभीर
-हलफनामा- शपथ पत्र
-हिकमत अमली- विवेकानुसार
-हमराह- साथ में 
-हस्बजेल- उपरोक्तानुसार, के अनुसार 
-कत्ल/कातिल/कतिलाना- हत्या,वध/हत्यारा/प्राणघातक
-आला जरब, आला जरर, आला ए कत्ल- घटना, अपराध या हत्या में प्रयुक्त हथियार
-गोस्वारा- नक्शा 
-दस्तंदाजी/अदम दस्तंदाजी- संज्ञेय/असंज्ञेय


रिपोर्ट: प्रमोद शर्मा, भोपाल