बाल गृह की आड़ में मानव तस्करी की आशंका, CG से रेसक्यू किए गए MP के 20 बच्चे
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बाल गृह की आड़ में मानव तस्करी की आशंका, CG से रेसक्यू किए गए MP के 20 बच्चे

महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम को इस बात की जानकारी मिली थी कि रायपुर के राखी थाना क्षेत्र के सेक्टर-19 में अवैध रूप से एक बाल गृह संचालित हो रहा है.

रेसक्यू किए गए बच्चे

रायपुरः छत्तीसगढ़ का राजधानी रायपुर में अवैध रूप से संचालित किए जा रहे हैं एक बाल गृह से महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने 20 बच्चों को रेस्क्यू किया है, ये सभी बच्चे मध्य प्रदेश के बताए जा रहे हैं. इन बच्चों को बच्चों को एसओएस बाल गृह रखा गया है. वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग ने मामले की जांच और कार्रवाई पुलिस को हैंडओवर कर दिया है. 

अवैध रूप से संचालित हो रहा था बाल गृह 
महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम को इस बात की जानकारी मिली थी कि रायपुर के राखी थाना क्षेत्र के सेक्टर-19 में अवैध रूप से एक बाल गृह संचालित हो रहा है. जिसमें कई बच्चों को रखा गया है. बताया जा रहा है कि इस बाल गृह का संचालन भिलाई के लाइव शो फाउंडेशन द्वारा करवाया जा रहा था. महिला बाल विकास विभाग की टीम ने जब एनजीओ के दस्तावेज और बच्चों को बाल गृह में रखने वाले दस्तावेजों की जांच की तो काफी गड़बड़ी देखने को मिली. जिसे बाल गृह के नियमों का उल्लंघन पाया गया और इस मामले में कार्रवाई करते हुए सभी बच्चों को छुड़ा लिया गया. 

एक ही जिले के 18 बच्चे 
हैरानी कि बात यह है कि इस बाल गृह में मध्य प्रदेश के करीब 20 बच्चे मिले है. जिनमें से 18 बच्चें तो अकेले मंडला जिले के हैं, जबकि एक बच्चा बालाघाट जिले का है. खुद विभाग के अफसर इस बात से हैरान है कि आखिर मंडला जिले के इतने बच्चों को संस्था द्वारा नवा रायपुर कैसे और कहां से लाया गया. उन्होंने बताया कि बाल गृह में बालक और बालिकाओं को एक ही रूम में रखा जा रहा था. जबकि न तो बाल गृह में कोई सेटअप था और न ही बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई कर्मचारी तैनात थे. जबकि बच्चों को एक साथ जमीन पर सुलाया जा रहा था. जिन्हें नियमों का उल्लंघन मानकर कार्रवाई की गई है. 

महिला बाल विकास विभाग की टीम ने इस पूरे मामले की जांच पुलिस को सौंप दी है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में और जानकारी जुटाई जा रही है. बरामद बच्चों में 10 लड़के और 10 लड़कियां हैं. बच्चों को माना स्थित एसओएस बाल गृह में रखवाया गया है. जबकि उनके परिजनों की तलाश भी शुरू कर दी गई है. 

बालगृह की आड़ में मानव तस्करी की आशंका
दरअसल, रायपुर के सेक्टर-19 के एक मकान के सामने अनाथ आश्रम का बैनर लगाकर इस बाल गृह को अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था. पहली नजर में बालगृह की आड़ में मानव तस्करी की आशंका जताई जा रही है. क्योंकि एक ही जिले के अधिकतर बच्चे मिलने से इस बात की संभावनाओं को बल मिला है. हालांकि अभी तक इस मामले में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है. 

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