संकट के दौर में आपदा को बनाया अवसर, पश्चिम मध्य रेल जोन ने बनाया नया कीर्तिमान
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संकट के दौर में आपदा को बनाया अवसर, पश्चिम मध्य रेल जोन ने बनाया नया कीर्तिमान

पश्चिम मध्य रेलवे जोन ने कोरोनाकाल में एक नया कीर्तिमान बनाया है. 

पश्चिम मध्य रेल जोन ने बनाया नया कीर्तिमान

कर्ण मिश्रा/जबलपुर: कोरोनाकाल में एक तरफ जहां हर सेक्टर को झटका लगा है. वहीं दूसरी तरफ भारतीय रेलवे के पश्चिम मध्य रेल जोन ने कोरोनाकाल में बेहतर काम करके दिखाया है. घाटे के दौर में भी किस तरह आपदा को अवसर बनाना है इस बात को पश्चिम मध्य रेल जोन ने बखूबी समझा है. यही वजह है कि अपनी स्थापना से लेकर अब तक की सबसे ज्यादा कमाई इस बार पश्चिम मध्य रेल जोन ने की है. यह रिकॉर्ड कैसे पश्चिम मध्य रेल जोन ने अपने नाम किया? इसके बारे में हम आपको बता रहे हैं. 

दरअसल, लॉकडाउन के दौरान जब ट्रेनों के पहिए थम गए थे. तब पश्चिम मध्य रेलवे जोन ने आम लोगों के सहयोग और अर्थव्यवस्था को बनाए रखने में एक अहम किरदार निभाया.  माल गाड़ियों के संचालन से पश्चिम मध्य रेलवे ने पूरे भारत भर को जोड़े रखा. यही वजह रही है कि 2003 से अपनी स्थापना के इतने सालों में पश्चिम मध्य रेलवे जोन ने कमाई का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बना डाला. 

3965 करोड़ का फायदा
कोरोनाकाल में पश्चिम मध्य रेल जोन ने  मालगाड़ियों से 43.72 मिलियन मीट्रिक टन माल का परिवहन किया, जिससे उसे 3965 करोड़ का फायदा हुआ. पश्चिम मध्य रेल जोन ने कोरोना संक्रमण के दौरान पूरे देश में सीमेंट, फर्टिलाइजर, अनाज, आयरन के अलावा अन्य कई महत्वपूर्ण चीजों का परिवहन पूरे देश में किया. इसके अलावा पश्चिम मध्य रेल जोन द्वारा बनाई गई बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट ने सराहनीय काम किया, जिसके चलते रेलवे की आर्थिक हालात खराब नहीं हुई और उसे फायदा हुआ. 

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देश में सबसे तेज दौड़ी पश्चिम मध्य रेल जोन की गाड़ियां 
पश्चिम मध्य रेलवे जोन के  CPRO राहुल जयपुरियार ने बताया कि आंकड़ों के मुताबिक हर साल की तुलना में इस बार कोरोना संकट के दौर मे पश्चिम मध्य रेलवे ने 13% अधिक माल का परिवहन किया, जो तय टारगेट से 6% अधिक था. उन्होंने कहा कि खास बात यह है कि पश्चिम मध्य रेल में दौड़ने वाली मालवाहक ट्रेनों की सबसे ज्यादा औसत स्पीड दर्ज की गई जो देशभर में भी पहले नंबर पर हैं.  उन्होंने कहा कि  पश्चिम मध्य रेल जोन में माल गाड़ियां 57 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती हैं, यही वजह रही है कि हमने सभी सामान की डिलीवरी तय वक्त से की. 

खास बात यह है कि पश्चिम मध्य रेल जोन ने कोरोनाकाल में लगातार मालगाड़ियों को संचालित किया जाता रहा. यही वजह है कि पश्चिम मध्य रेलवे जोन ने यह कीर्तिमान रचा. CPRO राहुल जयपुरियार  ने इस काम के लिए पश्चिम मध्य रेल जोन के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है. जबकि उनका कहना है कि आगे भी हमारा प्रयास रहेगा कि हम इसी तरह से काम करते रहे.

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