विकास दुबे ने ही उज्जैन पुलिस को बताया कि वह 8 जुलाई की देर रात राजस्थान के अलवर से चल कर झालावाड़ और फिर 9 जुलाई की सुबह उज्जैन पंहुचा था.
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उज्जैन: उज्जैन पुलिस ने कानपुर के बिकरू गांव में बीते 2 जुलाई की रात 8 पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे से जुड़े कई अहम खुलासे किए हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि उज्जैन पुलिस ने महाकाल मंदिर से विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद उसके साथ की गई 5 घंटे की पूछताछ का वीडियो बनाया है.
इस वीडियो में विकास दुबे के कई महत्वपूर्ण बयान दर्ज किए गए हैं. सूत्रों की मानें तो उज्जैन पुलिस की पूछताछ में गैंगस्टर विकास दुबे करीब तीन से चार बार रोया था. विकास ने यह भी कहा था कि अगर मैं नहीं मारता तो डीएसपी (बिल्हौर के शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा) मुझे मार देता.
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सूत्रों की मानें तो विकास दुबे ने उज्जैन पुलिस की पूछताछ में बताया था कि डीएसपी देवेंद्र मिश्रा बार-बार उसे और उसके बीवी बच्चों को फंसाने की धौंस देते थे. रिकॉर्डेड बयान में विकास दुबे ने डीएसपी को कई बार पैसे देने की भी बात कही. उसने कहा कि मेरे पैसे देने के बाद भी वह नहीं मान रहे थे.
गैंगस्टर विकास दुबे ने उज्जैन पुलिस के सामने दिए अपने बयान में शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र पर कई आरोप लगाए. उसने कहा, ''मेरे बच्चे विदेश में पढ़ रहे हैं. डीएसपी उन्हें भी फंसाने की धमकी देते थे. बीबी-बच्चों पर झूठे केस लाद रहे थे. उन्हें परेशान कर रहे थे.''
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विकास दुबे ने ही उज्जैन पुलिस को बताया कि वह 8 जुलाई की देर रात राजस्थान के अलवर से चल कर झालावाड़ और फिर 9 जुलाई की सुबह उज्जैन पंहुचा था. सूत्रों के मुताबिक गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन पुलिस से बार-बार कह रहा था, ''मुझे यूपी पुलिस को मत सौंपना, वरना वे मेरा एनकाउंटर कर देंगे.''
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