मंदसौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक ग्राम पंचायत ने कचरे को कमाई का ज़रिया बना लिया है।
कचरे की समस्या से बड़े शहर भी परेशान हैं, लेकिन एक छोटी सी पंचायत ने कचरे से कमाई का जरिया ढूंढ लिया।
हालांकि अभी शुरुआती स्तर पर कमाई कम है, लेकिन बुलंद इरादे वाली ये पंचायत इलाके के लोगों के लिए मिसाल बन गई है।
ये पंचायत है मंदसौर ज़िले की दलौदा चौपाटी ग्राम पंचायत, जहां कचरे के प्रबंधन के नए तरीके इजाद किए गए हैं।
वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है, कि अब कचरे से भी कमाई होने लगी है।
यहां कचरे को एक प्लांट में लाया जाता है, जहां उसकी छंटनी होती है, प्लास्टिक मैटेरियल, बाल, धातु सभी को अलग-अलग किया जाता है।
फिर बचे हुए कचरे को टैंक्स कल्चर के ज़रिए जैविक खाद बनाने के लिए प्रोसेस किया जाता है।
जबकि बाल समेत बाकी के वेस्ट को बेच दिया जाता है। इस वेस्ट से बनी खाद की भी मार्केट में खासी डिमांड है।
इधर वेस्ट प्लास्टिक को इकट्ठा किया जा रहा है, ताकि बाद में इसे सड़क बनाने के काम में लाया जा सके।