अफीम की खेती में कितना आता है खर्च? जानिए MP में कहां होती है पैदावार
Zee News Desk
Jun 09, 2025
अफीम की खेती
एमपी, यूपी और राजस्थान में अफीम की खेती बड़े पैमाने में की जाती है.
लाइसेंस
यहां अफीम की खेती करने के लिए भारतीय सरकार द्वारा लाइसेंस प्राप्त करना जरुरी होता है.
अफीम का दूसरा नाम
अफीम को खसखस के आंसू के नाम से भी जाना जाता है.
एमपी में अफीम की खेती
एमपी में अफीम की खेती मंदसौर जिला में अधिक देखी जाती है.
कब होती है खेती
अफीम की खेती सर्दियों में की जाती है जिसके लिए किसानों को अपनी जमीन को 4-5 बार जोतना पड़ता है.
बीज की जरूरत
एक हेक्टेयर पर अफीम की खेती के लिए कम से कम 7-8 किलो बीज की जरूरत पड़ती है.
इस्तेमाल
अफीम का इस्तेमाल अनिद्रा, दिमाग शांत करना, पागल माने जाने वाले लोगों की मदद करने के लिए किया जाता है. हालंकि बगैर डॉक्टर से कंसल्ट किए इसका सेवन हानिकारक हो सकता है.
बिक्री
अफीम अमूमन बाजारों में 3 हजार से लेकर 1 लाख प्रति किलो तक बिकता है.
खेती के लिए खर्च
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक इसकी खेती के लिए किसानों के पास 50 हजार से 1 लाख का खर्ज आता है.
Disclaimer
यहां दिए गए आकड़े इंटरनेट पर मौजूद जानकारियों पर आधारित है. Zee News इसके निर्धारित संख्या की पुष्टि नहीं करता है.