यहां है 'छत्तीसगढ़ का प्रयाग', जहां हुई थी ब्रम्हांड की संरचना

Ruchi Tiwari
May 11, 2024

छत्तीसगढ़ का प्रयाग

रायपुर से 45 किमी की दूर स्थित राजिम तीर्थ को 'छत्तीसगढ़ का प्रयाग' कहा जाता है.

त्रिवेणी संगम

महानदी, पैरी नदी और सोंदुर नदी का संगम होने के कारण यह छत्तीसगढ़ का त्रिवेणी संगम कहलाता है.

कुलेश्वर महादेव मंदिर

संगम के बीच में कुलेश्वर महादेव का विशाल मंदिर स्थित है. इस स्थान का प्राचीन नाम कमलक्षेत्र है.

भगवान विष्णु

यहां के प्रसिद्ध राजीव लोचन मंदिर में भगवान विष्णु विराजमान हैं.

भगवान विष्णु की नाभि से निकला कमल

मान्यता है कि सृष्टि के आरंभ में भगवान विष्णु की नाभि से निकला कमल यहीं स्थित था.

ब्रह्मांड की रचना

राजिम तीर्थ को लेकर ये भी कहा जाता है कि यहीं से भगवान ब्रह्मा ने ब्रह्मांड की रचना की थी.

महादेव की पूजा

ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम ने अपने वनवास काल में इसी स्थान पर अपने कुल देवता महादेव की पूजा की थी.

विशाल मेला

इस संगम में अस्थि विसर्जन और पिंडदान, श्राद्ध और तर्पण भी किया जाता है. हर साल यहां पर माघ पूर्णिमा से लेकर महाशिवरात्रि तक एक विशाल मेला भी लगता है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जनश्रुतियों पर आधारित है.

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