क्या आप जानते हैं कि मंत्र का जाप 108 बार ही क्यों किया जाता है?
Abhay Pandey
Aug 24, 2024
अंकों को महत्व
हर धर्म की तरह हिंदू धर्म में भी कुछ अंकों को शुभ और अशुभ माना जाता है, जिनके पीछे धार्मिक और आध्यात्मिक कारण होते हैं.
पवित्र अंक 108
हिंदू धर्म में सबसे शुभ और पवित्र अंक 108 को माना गया है. यह ध्यान लगाने में सहायक होता है.
माला में 108 मनके
इसी कारण जब भी हम भगवान के मंत्रों का जाप करते हैं तो 108 बार करते हैं. आपने ध्यान दिया होगा कि हिंदुओं की मंत्र जाप करने वाली माला में भी 108 मनके होते हैं.
108 बार जाप
रुद्राक्ष की माला में भी 108 मनके होते हैं, और 108 बार जाप करने से मन को शांति मिलती है.
108 का महत्व
सभी अंकों में 108 को अनंतता और ब्रह्मांड की विशालता का प्रतीक माना जाता है. हिंदू ज्योतिष के अनुसार 12 सौर ग्रह और 9 चंद्र ग्रह होते हैं, जिन्हें गुणा करने पर 108 प्राप्त होता है. ज्योतिष शास्त्र में भी 12 राशियां और 9 ग्रह होते हैं, जिनके गुणनफल से 108 अंक आता है.
आध्यात्मिकता और शांति का प्रतीक
माना जाता है कि 108 बार मंत्र जपने से हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. इस प्रकार, 108 अंक को आध्यात्मिकता और शांति का प्रतीक माना जाता है, जो जीवन में सकारात्मकता और संतुलन बनाए रखता है.