महाभारत से जुड़ी हुई कई कहानियां प्रचलित है, ऐसे ही हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी जोड़ी के बारे में जिसने महाभारत में कोहराम मचा दिया था.
महाभारत युद्ध के दौरान पिता पुत्र की इस जोड़ी से पांडवों को भय था.
युद्ध के दौरान द्रोणाचार्य और अश्वत्थामा के पराक्रम से पांडव डर गए थे. इन्होंने तबाही मचा दी थी.
इसलिए कृष्ण ने छल से द्रोणाचार्य का वध करवा दिया.
इसके लिए कृष्ण ने युधिष्ठिर से झूठ बोलने को कहा, तब युधिष्ठिर ने कहा अश्वत्थामा का वध हो गया.
ये सुनकर द्रोणाचार्य जमीन पर गिर गए, जिसके बाद अर्जुन ने उनका वध कर दिया.
ये सुनकर अश्वत्थामा पागल हो गया और उसने द्रोपदी के 5 पुत्रों को सोते समय मौत के घाट उतार दिया.
जिसके बाद उसे श्राप मिला कि यहीं सदियों रह कर दुःख भुगतोगे.
यहां पर धार्मिक ग्रंथों के आधार पर दी गई है. इससे अधिक जानकारी के लिए आप धार्मिक ग्रंथों का सहारा ले सकते हैं.