महाकाल उज्जैन में भक्तों का तांता लगता है. दुनिया भर से श्रद्धालु महाकाल के दरबार में मत्था टेकने आते हैं. अगर आप भी महाकाल के दरबार में दर्शन करने जाते हैं तो आप सच्चिदानंद त्रिपाठी के अनुसार इन बातों का जरूर ध्यान दें.
हल्दी, सिंदूर
पूजा में इस बात का ध्यान रखें कि टूटे हुए चावल, सिंदूर, हल्दी, तुलसी न चढ़ाएं.
शंख का जल
शंख का जल, केतकी, चंपा, केवड़ा के फूल शिवलिंग और भोलेनाथ पर नहीं चढ़ाने चाहिए. ऐसा करने से महादेव नाराज हो जाते हैं.
कनेर, कमल
भगवान भोलेनाथ को कनेर और कमल के अलावा लाल रंग के फूल नहीं चढ़ाना चाहिए
जलधारा
भगवान शिव को जल चढ़ाते समय ये ध्यान रखें कि शिवलिंग की जलधारा हमेशा उत्तर की तरफ होनी चाहिए.
दो दीपक
पूजा करते समय आपको एक नहीं बल्कि दो दीपक जलाने चाहिए.
कुमकुम
भगवान शिव शंकर को कुमकुम और रोली नहीं लगाना चाहिए. ये महादेव की पूजा में वर्जित है
दीपक
आप एक दीपक घी का और दूसरा दीपक तेल का जलाएं, ऐसा करना काफी शुभ होता है.
यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले पंडित जी की सलाह जरूर लें