माता सीता ने अपने वनवास के दौरान रेत से की थी इस शिवलिंग की स्थापना

Ranjana Kahar
Mar 07, 2024

Mahashivratri 2024

महाशिवरात्रि के विशेष पर्व पर कुलेश्वरनाथ महादेव में दूध, दही और पंचामृत से रुद्राभिषेक किया जाएगा.

Mahashivratri 2024

महाशिवरात्रि पर सुबह से ही त्रिवेणी में स्नान कर मंदिर में दर्शन-पूजन करने वाले श्रद्धालुओं का तांता लग जाएगा.

कुलेश्वरनाथ महादेव

गरियाबंद का राजिम कुंभ कल्प के तट पर पैरी, सोढुर और महानदी का संगम है. नदी के मध्य में भगवान शिव का एक विशाल मंदिर है, जो कुलेश्वरनाथ महादेव के नाम से प्रसिद्ध है.

Kuleshwar Mahadev

कहा जाता है कि वनवास काल के दौरान भगवान श्रीराम ने लक्ष्मण और माता सीता के साथ यहां स्थित लोमश ऋषि के आश्रम में कुछ दिन बिताए थे.

शिवलिंग बनाकर माता सीता ने की थी पूजा

कहते है कि वनवास काल के दौरान माता सीता ने अपने हाथों से रेत से शिवलिंग की स्थापना की थी. तभी से इस शिवलिंग को कुलेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है.

Kuleshwar Mahadev

इस शिवलिंग को माता सीता ने अपने हाथों से बनाया था, जिसके निशानों का अस्तित्व जनमानस में प्रचलित है.

Kuleshwar Mahadev

भगवान श्री कुलेश्वरनाथ के बारे में मान्यता है कि वर्षा ऋतु में चाहे कितनी भी बाढ़ आये, यह मंदिर नहीं डूबता.

Kuleshwar Mahadev

महाशिवरात्रि के विशेष अवसर पर भगवान कुलेश्वरनाथ का भव्य अभिषेक और महाआरती के साथ सवा लाख दीपक जलाए जाएंगे और शाम को भगवान शिव की बारात निकलेगी.

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