महाभारत के युद्ध भूमि में अपने भाईयों, गुरुओं को के संघार को देखकर अर्जुन पूरी तरह से टूट चुके थे.युद्ध रोकने की बात कर रहे थे, इस दौरान कृष्ण ने अर्जुन से ये बातें कही थी. ये उपदेश दिया था.
जन्म और मृत्यु
संसार के निर्माण के बाद से ही जन्म और मृत्यु का चक्र चलता आ रहा है और यह प्रकृति का नियम है.
मृत्यु
जो जन्म लेता है, उसकी मृत्यु अवश्य होती है और मृत्यु के बाद जन्म अवश्य होता है, इसलिए मृत्यु से भयमुक्त होकर वर्तमान में जीना चाहिए.
समय
समय बड़ा बलवान है. यदि तुम सोचते हो कि तुम शस्त्र नहीं उठाओगे तो इन पापियों का संहार नहीं होगा.
संहार
अरे अर्जुन! तुम तो एक निमित्त हो, इनका संहार लिखा है और वह जरूर होगा.
वर्तमान सत्य है
भूत और भविष्य की चिंता करना व्यर्थ है, वर्तमान ही सत्य है.
परमात्मा पर छोड़ दो
जब असमंजस की स्थिति में रहो और कुछ समझ ना आए तो सब परमात्मा पर छोड़ दो और बस अपना कर्म करो.
लड़ो
हे पार्थ! तुम्हें अपने क्षत्रिय धर्म का पालन करना चाहिए और एक क्षत्रिय की भांति अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए.
सब बीत जाएगा
परिस्थितियां कितनी भी बुरी क्यों न हों, यही सोचो कि समय सबसे बड़ा बलवान है. अच्छा हो या बुरा, बीत जाएगा.