क्या आप जानते हैं मध्य प्रदेश की 3700 साल पुरानी जगह, जहां एक ही पहाड़ी पर बने हैं 56 मंदिर

Manish kushawah
Jul 05, 2025

बुंदेलखंड क्षेत्र जैन तीर्थकर और मुनियों के लिए या फिर चमत्कारिक घटनाओं की गवाह है.

जैन धर्म में तीन तीर्थकर सिद्ध, अतिशय और तीर्थ क्षेत्र होते हैं, इनकी नैनागिरि में झलक देखने को मिलती है.

नैनागिरी जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का स्थान माना जाता है, जो कि खूबसूरत पहाड़ी पर स्थित है.

इस पहाड़ी पर 56 मंदिर स्थापित हैं, जिनका इतिहास और चमत्कारिक घटनाओं को जानने के लिए देश-दुनिया के जैन श्रद्धालु आते हैं.

यह एक ऐसा पवित्र स्थान हैं, जहां पर आचार्य विद्यासागर ने 700 दिन बिताए.

बताया जाता है कि यह 25 से 30 एकड़ भूमि में फैला क्षेत्र है, जहां पर 56 जिनालय स्थित हैं.

यहां 40वें मंदिर में मूलनायक पार्श्वनाथ भगवान विराजमान हैं, जो विश्व में कहीं हैं.

नैनागिरी में भोजनशाला, रूकने की बहुत अच्छी व्यवस्था है. यहां पर वर्णी हॉल है, जहां शादियां भी होती है.

इसके अलावा, देवनंदी स्वाध्याय शोध संस्थान है, जहां पर 5000 हजार ऐसे शास्त्र हैं, जो कहीं पर उपलब्ध नहीं है. (यहां दी गई जानकारी सिर्फ मीडिया रिपोर्ट पर आधारित हैं.)

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