MP के नागद्वारी मंदिर की यात्रा: 7 पहाड़ चढ़ें, अमरनाथ जैसी कठिनाई
Abhay Pandey
Aug 01, 2024
MP में मिनी अमरनाथ है
मध्य प्रदेश के पचमढ़ी हिल स्टेशन को मिनी अमरनाथ भी कहा जाता है. यहां पर आज से नागद्वारी यात्रा 10 दिनों के लिए प्रारंभ हो गई है.
उत्सव की शुरुआत और यात्रा की कठिनाई
इस नागद्वारी यात्रा में भक्तों को अमरनाथ यात्रा की तरह ही आधा दर्जन पहाड़ चढ़कर और बीच में आने वाले कठिन मार्गों से होकर गुजरना पड़ता है.
नागद्वारी मंदिर का महत्व
सावन के महीने में नागद्वारी मंदिर केवल 10 दिनों के लिए खुलता है, और यह खास माना जाता है क्योंकि इसे भगवान शिव का दूसरा निवास स्थान मानते हैं.
10 दिनों का भव्य मेला
यहां पर भव्य मेला भी लगता है जो 10 दिनों तक चलता है. इस मेले को देखने और नाग मंदिर में दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं, खासकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, और महाराष्ट्र से ज्यादा श्रद्धालु आते हैं.
नागद्वारी की विशेषताएं
नागद्वारी पहाड़ी पर एक गुफा है जिसमें नागराज श्री पद्म शेष की मूर्ति है जिसके दर्शन करने भक्त यहां आते हैं.
भक्तों की भीड़ और चढ़ाई की कठिनाइयां
नागद्वारी के पावन मेले में 5 लाख से ज्यादा भक्तों की भीड़ आने की आशंका जताई जा रही है. नागद्वारी मंदिर में नागपंचमी के अवसर पर हजारों श्रद्धालु कई मुश्किलों को पार कर यहां दर्शन करने पहुंचते हैं.
मंदिर तक पहुंचने की कठिनाई
नागद्वारी मंदिर में पहुंचने के लिए आपको खड़ी चढ़ाई करनी पड़ती है और दो पहाड़ों के बीच लोहे की सीढ़ियों का उपयोग करना पड़ता है. इन सीढ़ियों के सहारे आप पहाड़ों के बीच सुरक्षित तरीके से चढ़ सकते हैं.
भगवान शिव नाग देवता
सैकड़ों साल पहले बने इस नागद्वारी मंदिर में भगवान शिव नाग देवता के रूप में विराजमान हैं.
नाग देवता के साक्षात दर्शन
मान्यता के अनुसार, नागपंचमी पर नाग देवता साक्षात दर्शन देते हैं. उनकी पूजा भी साल में उसी दिन होती है.