छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मां धूमावति का प्राचीन मंदिर है, जहां मां को पिज्जा-बर्गर का भोग लगता है.
रायपुर के पुरानी बस्ती इलाका स्थित मंदिर में मां धूमावती अग्नि का धुआं छोड़ती हुई अखंड धूनी के रूप में विराजमान हैं.
मान्यता है कि मां धूमावती को नमकीन खाना बहुत पसंद है इसलिए भक्त मंदिर में नमकीन चढ़ाते हैं.
श्रद्धालु देवी मां को नमकीन, समोसे, कचौरी, भजिया,पिज्जा, बर्गर आदि का भोग लगाते हैं.
कहा जाता है कि इस मंदिर में मौजूद मां धूमावती 10 महाविद्याओं में से सातवीं महाविद्या हैं. मां जगत जननी आदिशक्ति का रौद्र रूप हैं.
स्थानीय लोगों के मुताबिक एक बार मां धूमावती ने भूख लगने पर भगवान शिव को खा लिया था, जिसके बाद से उन्हें मां धूमावती के नाम से जाना जाने लगा.