वो गांव जहां बच्चे, बूढ़े और युवा करते हैं संस्कृत में बात, कोई नहीं बोलता है यहां हिंदी

Harsh Katare
Oct 31, 2025

एमपी का झीरी गांव

मध्यप्रदेश में यूं तो कई ऐसे गांव है जो अपनी खासियत के लिए जाने जाते हैं, लेकिन राजगढ़ का झीरी गांव अनोखा है.

संस्कृत भाषा

राजगढ़ जिले के इस अनोखी गांव में लोग हिंदी नहीं बोलते, बल्कि संस्कृत भाषा का इस्तेमाल करते हैं.

घरों पर लिखी संस्कृत

यहां घरों पर संस्कृत गहम लिखा हुआ है, यहां के लोगों ने बताया कि गांव में संस्कृत बोलने की शुरुआत 10 साल पहले हुई थी.

बुजुर्ग का सपना

गांव के एक बुजुर्ग ने संस्कृत गांव बनाने का सपना देखा था, आज इस गांव के सभी लोग संस्कृत का उपयोग करते हैं.

लोगों ने संस्कृत अपनाई

जहां आसपास के गांव हिंदी और स्थानीय बोली में बात करते हैं, लेकिन इस गांव के लोग संस्कृत को अपनाया है.

मंदिरों और चौपाल में सिखाते हैं संस्कृत

गांव की लगभग 70 प्रतिशत आबादी संस्कृति बोलती है, गांव के युवा स्कूलों के साथ मंदिरों और चौपाल में संस्कृत सिखाते हैं.

शादियों में भी संस्कृत

गांव की खासियत ये है कि यहां शादियों में भी संस्कृत में गीत गाए जाते हैं, अब यह भाषा यहां के लोगों का अभिन्न अंग बन गई है.

प्राचीन भाषा

यहां प्राचीन संस्कृत भाषा के प्रति प्रेम ने एक नई जागरूकता जगाई है, साथ ही गांव को एक नई पहचान भी दी है.

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