रावण की कैसे हुई मां पार्वती के लिए बनाई गई लंका, शिवपुराण की कहानी

शिव पुराण के अनुसार लंका का निर्माण भगवान शिव ने माता पार्वती के लिए कराया था.

महादेव के कहने पर देवताओं के शिल्पकार विश्वकर्मा और कुबेर ने मिलकर समुद्र के मध्य त्रिकुटाचल पर्वत पर लंका बनाई थी.

पहले त्रिकुटाचल पर्वत का नाम सुबेल था, जहां भगवान राम और रावण के बीच युद्ध हुआ था.

लंका देख रावण ललचाया

कथा के अनुसार एक बार रावण लंका पास से गुजर रहा था, तब उसने सोने की लंका को देखा और उसे लालच आ गया.

ब्राह्मण रूप में रावण

लंका को पाने के लिए रावण ने ब्राह्मण का रूप लिया और भगवान शिव के पास पहुंचा.

भिक्षा में लंका

भिक्षा में उसने भगवान शिव से लंका की मांग की.

भगवान शिव ने दान में दी लंका

भगवान शिव रावण को पहचान गए थे फिर भी उसे सोने की लंका दान में दे दी.

मां पार्वती का श्राप

जब इस बात का पता माता पार्वती को लगा तो उन्हें क्रोध आ गया.

श्राप दिया

माता पार्वती ने गुस्से में रावण को कहा कि एक दिन ये सोने की लंका जलकर राख हो जाएगी.

डिस्क्लेमर

यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है और विभिन्न स्रोतों से एकत्रित की गई है. Zee news किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है.

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