रावण ने क्यों उठाया था भगवान शिव का कैलाश पर्वत?

Zee News Desk
May 07, 2024

कैलाश पर्वत पर तपस्या

पौराणिक कथाओं के अनुसार, रावण भगवान शिव से मनचाहा वर मांगने के लिए कैलाश पर्वत पर तपस्या करने गया था.

अर्पित किए शीश

घोर तपस्या करने के बाद जब शिव प्रसन्न नहीं हुए तो रावण ने अपने 9 शीश भगवान ​शिव के चरणों में अर्पित किया.

वरदान

जैसे ही रावण 10वां सिर काटने जा ही रहा था तभी शिव प्रकट हो गए और प्रसन्न होकर रावण को अतुल्य बलवान होने का वरदान दिया.

नारद मुनि का उपाय

रावण के मिले वरदान के बाद देवताओं और ऋषि-मुनियों की चिंता बढ़ गई थी. नारद मुनि ने इस समस्या का समाधान निकाला.

वरदान को बताया गलत

नारद रावण से कहा कि अगर सच में वरदान मिला है तो क्यों न कैलाश पर्वत को ही उठाकर देख लें.

रावण ने उठाया पर्वत

अभिमान में आकर रावण ने कैलाश पर्वत उठा लिया, जिसकी वजह से माता पार्वती और सभी देवता भयभीत हो गए.

शिव के अंगूठे से दवा रावण

क्रोधित होकर भगवान शिव ने अपने पैर के अंगूठे से कैलाश पर्वत का थोड़ा सा हिस्सा दबा लिया और पर्वत के नीचे आकर रावण छटपटाने लगा.

शिव ने तोड़ा अहंकार

भगवान शिव के क्रोध को शांत करने के लिए रावण उनकी स्तुति करने लगा, तब जाकर भगवान शिव शांत हुए.

डिस्क्लेमर

ये जानकारी सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं

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