छठवें दिन यानि 20 अक्टूबर 2023 मां कात्यायनी की पूजा की जाएगी.
देवी कात्यायनी की उपासना गोधूलि बेला यानि शाम में करें.
पूजा शुरू करने से पहले मां को स्मरण करें और हाथ में फूल लेकर संकल्प जरूर लें
पूजा के समय पीले या लाल कपड़े पहने और इनकी पूजा करें.
मां का प्रिय भोग शहद है उसे चढ़ाना शुभ होता.
कुमकुम, अक्षत, फूल आदि और सोलह श्रृंगार माता को अर्पित करें
इनकी पूजा में पीले रंग का ज्यादा प्रयोग करें.
इसके बाद मां के सामने उनके मन्त्रों का जाप करें. इनकी कृपा से ही सारे कार्य पूरे जो जाते हैं.
इनका गुण शोध (रिसर्च) कार्य है. इसीलिए इस वैज्ञानिक युग में कात्यायिनी की जरूरत ज्यादा है.
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