पितृपक्ष के सारे दोष हो जाएंगे खत्म, लगाएं इन 6 नदियों में डुबकी

Zee News Desk
Sep 14, 2023

मान्यता

पितृ पक्ष भारत में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता हैं. इससे कई मान्यताएं और पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैं.

6 पवित्र नदियां

इन दिनों घरों में शुद्धता का काफी ध्यान दिया जाता हैं. चलिए जानते है उन 6 पवित्र नदियों के नाम जहां इस दौरान काफी पूजा-पाठ होता है और इन नदियों की बड़ी मान्यताएं हैं.

फल्गू नदी, गया

बिहार के गया में फल्गू नदी के किनारे पितृपक्ष के समय में आपको जरूर पूजा करनी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने दशरथ जी का पिंड दान यही किया था.

गंगा नदी, हरिद्वार

हिंदू धर्म में गंगा को पवित्र नदी मानी जाता है. मान्यता है कि यहां से सीधे स्वर्ग का रास्ता जाता है

अलकनंदा नदी, उत्तराखंड

अलकनंदा नदी के किनारे स्थित ब्रम्हा कपाल के बारे में बोला जाता है कि जो लोग यहां पिंड दान करते हैं, उनके पूर्वजों की आत्मा सीधे स्वर्ग पहुंचती है.

त्रिवेणी संगम

भारत की एक ऐसी जगह है, जहां भारत की तीन सबसे पवित्र नदियां-गंगा, यमुना और सरस्वती (विलुप्त) का मिलन होता है. ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति त्रिवेणी संगम में पिंड दान करता है उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और पितरों को मोक्ष की मिलता है.

यमुना, मथुरा

यह शहर यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है. ऐसा माना जाता है कि यहां जो भी पूर्वजों के लिए पिंड दान करता है, उनको मोक्ष मिलता है और आत्मा स्वर्ग पहुंचती है.

गोमती नदी , द्वारका

भारत के चार धाम तीर्थ स्थलों में से एक द्वारका भी है. पितृ पक्ष के मौके पर यहां देश के हर कोने से लोग पिंड दान करने के लिए पहुंचते हैं. द्वारका में स्थित गोमती नदी के किनारे पिंड दान करना शुभ कार्य माना जाता है.

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