कटनी से मात्र 35 किलोमीटर दूर है विजयराघवगढ़ का किला, इतिहास और शौर्य का अद्भुत संगम

Abhay Pandey
Aug 13, 2024

बनावट है शानदार

मध्य प्रदेश के कटनी से मात्र 35 किलोमीटर दूर बहुत ही शानदार विजयराघवगढ़ का किला है. बता दें कि इस किले की बनावट इतनी शानदार है कि कई दशको तक अंग्रेज भी कब्जा नहीं कर पाए थे. (Photo credit: AI for Visual representation)

बहुत सी चीजें हैं देखने लायक

विजयराघवगढ़ में मंदिर से लेकर नक्कासी तक बहुत सी चीजें देखने लायक है. आज आपको किले की खास चीजों के बारे में भी बतायेंगे. (Photo credit: AI for Visual representation)

मंदिर, नक्कासी, कलाकृति

विजयराघवगढ़ किले में आप राघव जी का भव्य मंदिर, रंगमहल की नक्कासी, रनिवास का आकार, गढ़ी के निर्माण की कलाकृति, दीवारों पर सुंदर नक्काशी की सुंदरता को देख सकते हैं. (Photo credit: AI for Visual representation)

सरजू प्रसाद का किला

इसके अलावा राजा सरजूप्रसाद का किला और किले में बनी बावड़ी, मुड़िया महल, स्मारक और शिलालेख आकर्षण का केंद्र है. (Photo credit: AI for Visual representation)

चारों तरफ से सुरक्षित किला

ये किला चारों तरफ से सुरक्षित था क्योंकि किले के चारों तरफ पानी से भरी गहरी खाई और इनमें खतरनाक जीव-जंतु रहते थे. जिससे कोई भी अंदर आने की हिम्मत नहीं करता था. (Photo credit: AI for Visual representation)

दरवाजे भी करते हैं सुरक्षा

किले के दरवाजे छिपे हुए हैं. बाहर से किसी को भी दरवाजे नजर नहीं आते हैं. साथ ही दीवारों में हर कोण से वार करने के लिए छेद हैं और शत्रुओं पर नजर रखने के लिए ऊंचे बुर्ज बनाए गए हैं. (Photo credit: AI for Visual representation)

किसने बनवाया था विजयराघवगढ़ किला

इस किले को अंग्रेजों से लोहा लेने वाले विजयराघवगढ़ के राजा प्रयागदास ने बनवाया था. (Photo credit: AI for Visual representation)

दूर-दूर से आते हैं पर्यटक

विजयराघवगढ़ किले की अद्भूत बनावट और नक्कासी को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. (Photo credit: AI for Visual representation)

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