Trending Photos
ग्वालियर : 3 साल के बच्चे को घर छोड़ मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल करने वाली फार्मासिस्ट वंदना तिवारी की मध्य प्रदेश के शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई. उन्होंने ग्वालियर के बिरला अस्पताल में दम तोड़ दिया.
बताया जा रहा है कि वंदना तिवारी कोरोना ड्यूटी के लिए 3 साल के बच्चे को घर छोड़ मेडिकल कॉलेज में ही रह रही थीं. शिवपुरी मेडीकल कॉलेज में ड्यूटी के दौरान उन्हें 31 मार्च की रात को ब्रेन हेमरेज हो गया था. 1 अप्रैल को उन्हें ग्वालियर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 2 दिन से वो कोमा में ही थीं लेकिन आज उनकी मौत हो गई. उम्मीद जताई जा रही है कि उनके परिवार को कोरोना वॉरियर्स के लिए बनाई गई मध्य प्रदेश सरकार की नई बीमा नीति की सुरक्षा मिल सकेगी ताकि उनके तीन साल के बिना मां के बच्चे को उज्जवल भविष्य मिल सके.
ये भी पढ़ें: CM शिवराज सिंह चौहान ने थाने में लगाया फोन, बोले- पुलिस वाले हैं मध्य प्रदेश के रियल हीरो
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को 50 लाख का बीमा कवर दिया है. शिवराज सरकार ने एक विज्ञापन के जरिए इस बात की जानकारी दी है. इस विज्ञापन में लिखा है, 'कोरोना योद्धाओं को प्रणाम. सुरक्षा उनकी जो कर रहे हैं हमारी सुरक्षा. कोरोना से संघर्ष में जुटे योद्धाओं की सुरक्षा. भारत सरकार द्वारा कोविड-19 से लड़ रहे सभी स्वास्थ्यकर्मियों का 50 लाख रुपये का बीमा कर दिया गया है.'
गौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 250 के पार पहुंच चुकी है. इंदौर में ये आंकड़ा 150 के करीब है. वहीं दूसरे शहरों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
WATCH LIVE TV: