रतलाम में उस वक्त हंगामा हो गया जब एक आरोपी ने हंगामा कर पुलिस पर खुद के साथ मारपीट का आरोप लगा दिया, तो उधर पुलिस आरोपों को गलत बता रही है, पढ़िए पूरी ख़बर।
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रतलाम: मध्य प्रदेश के रतलाम में उस वक्त हंगामा हो गया जब एक आरोपी ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगा दिया।
पुलिस एक निगरानी बदमाश को हो रही चोरियों के संबंध पूछताछ के लिए थाने लाने गई थी।
लेकिन इस दौरान बदमाश ने हंगामा कर पुलिस पर मारपीट करने के आरोप लगाया है।
दरअसल शहर में आये दिन हो रही चोरियों को लेकर पूछताछ के लिए पुलिस पहले कई मामलों में आरोपी रह चुके मोनू जुगाड़ को थाने लाने के लिए छत्रिपुल छेत्र में एक रेडीमेड कपड़ों की दुकान पहुंची थी।
उस वक्त मोनू जुगाड़ शॉप पर खड़ा था जब पुलिस के जवानों ने उसे थाने चलने को कहा तो उसने हंगामा मचा दिया।
इस दौरान मोनू जुगाड़ के सिर में चोट भी आई और फिर पुलिस उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गई।
जहां घायल मोनू जुगाड़ का इलाज जारी है, लेकिन अब मोनू जुगाड़ पुलिस पर मारपीट का आरोप लगा रहा है।
मोनू का आरोप है कि पूर्व में उस पर मामले दर्ज थे लेकिन बीते कुछ सालों से कोई मामला नहीं है।
बावजूद इसके पुलिस आये दिन उसे लेकर जाती है और झूठे आरोप में फसा देती है।
आज भी पुलिस उसे लेने आई और नहीं जाने पर मारपीट की जिससे उसके सिर में चोट आई।
हालांकि मोनू के आरोप में उसने पहले खुद आत्महत्या के प्रयास की बात कही है और बाद में पुलिस पर आरोप लगाए।
इधर पुलिस का कहना है कि मोनू जुगाड़ पर पूर्व में 7 मामले दर्ज हैं जिनमे लूट, बलवा, 25 आर्म्स एक्ट जैसे मामले भी दर्ज हैं।
शहर में आए दिन हो रही चोरियों के संबंध में पूछताछ के लिए मोनू को थाने आने के लिए कहा था लेकिन मोनू ने खुद ही हंगामा कर अपना सिर रेडीमेड कपड़ों की दुकान के काऊँटर के कांच पर पटक कर फोड़ा है।
पुलिस पर मारपीट के आरोप गलत हैं हम दूकान में लगे सीसीटीवी निकालेंगे जिसमें खुद मोनू अपने आप को घायल करता दिखेगा।
फिलहाल अब सीसीटीवी फुटेज के आने के बाद ही साफ़ हो पाएगा की आखिर इस मामले में आरोप सही हैं या पुलिस की सफाई।
पुलिस जल्द ही सीसीटीवी फुटेज सामने लाने की बात कह रही है।