सचिन वझे प्रकरण में महाराष्ट्र ATS की प्रेस कॉन्फ्रेंस, जांच में सबूत नष्ट करने का खुलासा
महाराष्ट्र ATS चीफ ने कहा, `बयान दर्ज कराने के दौरान वझे ने अपने ऊपर लगाए गए सारे आरोप गलत बताये थे. उसने कहा कि मैने कभी भी स्कार्पियो कार का इस्तेमाल नही किया. वॉल्वो कार घटना में इस्तेमाल की गई या नही, इसकी फॉरेंसिक जांच जारी है.`
मुंबई: महाराष्ट्र एटीएस ने सचिन वझे (Sachin Vaze) हत्याकांड को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. महाराष्ट्र ATS चीफ जयजीत सिंह ने कहा कि हम मनसुख हिरेन (Mansukh Hiren) से जुड़े मामले की जांच कर रहे थे. मनसुख की पत्नी ने हमे बताया था कि सचिन वझे (Sachin Vaze) ने ही मनसुख की हत्या की है, इसके बाद हमने केस दर्ज किया था. ATS प्रमुख ने बताया कि हमने वझे का स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया जिसमें उसने आरोपों को गलत बताया है. वहीं वॉल्वो कार घटना में इस्तेमाल की गई या नही, इसकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है. इस बीच दमन में बरामद कार भी मुंबई पहुंच चुकी है.
सबूत नष्ट किए गए:ATS
एटीएस प्रमुख ने इस दौरान ये भी बताया आरोपी ने बहुत से CCTV सबूत नष्ट कर दिए है. एटीएस प्रमुख जयजीत सिंह ने कहा कि इस मामले में और लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है. गौरतलब है कि मुंबई में एंटीलिया के बाहर एसयूवी मिलने के मामले में गिरफ्तार वझे 25 मार्च तक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की हिरासत में हैं. मामला गंभीर इसलिए भी हो जाता है कि क्योंकि उस एसयूवी गाड़ी में जिलेटिन की छड़ें थीं.
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सिमकार्ड की थ्योरी
ATS ने हिरन की हत्या के मामले में निलंबित पुलिसकर्मी विनायक शिन्दे तथा क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गौड़ को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था. ATS चीफ सिंह ने कहा, ‘इन दोनों लोगों की गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने पाया कि वझे इस केस में प्रमुख आरोपी है.’ गौरतलब है कि विनायक शिंदे 2020 में पैरोल पर बाहर आया था. वहीं नरेश गौर ने 14 सिम कार्ड लेकर कुछ सिम कार्ड विनायक शिंदे को दिए थे. हमारी टीम घर, दफ्तर, गोडाउन समेत कई जगह दबिश दे चुकी है.
वझे की रिमांड मांगेगी ATS
ATS प्रमुख ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये भी कहा, ‘हमें आगे की जांच के लिए वझे को अपनी हिरासत में लेने की जरूरत है इसके लिए हम 25 मार्च को अदालत से संपर्क करेंगे. शिंदे ने 4 मार्च को क्राइम ब्रांच में कार्यरत तावड़े बताकर हिरेन से संपर्क किया. उसके बाद ठाणे में हिरेन का शव बरामद हुआ.
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एटीएस को इस बात की आशंका है कि दमन से जब्त वॉल्वो का इस्तेमाल अपराध में हुआ. इस दौरान लाखन भैया फर्जी मुठभेड़ केस में दोषी और पैरोल पर रिहा शिंदे, सचिन वझे के संपर्क में था जिसने अवैध गतिविधियों में उसकी मदद की. ATS प्रमुख के मुताबिक अपराध क्राइम में कुछ और लोग भी शामिल थे.
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