Pune Suicide Case: महिला की मौत के मामले में BJP ने मांगा वन मंत्री का इस्तीफा, Shiv Sena ने किया बचाव
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Pune Suicide Case: महिला की मौत के मामले में BJP ने मांगा वन मंत्री का इस्तीफा, Shiv Sena ने किया बचाव

बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर ने कहा, 'उपलब्ध इलेक्ट्रॉनिक और अन्य साक्ष्यों से संकेत मिला है कि घटना का संबंध संजय राठौड़ (Sanjay Rathod) से है इसलिए सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए.'

बीजेपी ने शिव सेना नेता और MVA सरकार में वन मंत्री संजय राठौड़ का इस्तीफा मांगा है...

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) की महाविकास अघाड़ी सरकार MVA में शामिल एक और मंत्री पर गंभीर आरोप लगे हैं. इस बार सूबे के वन मंत्री संजय राठौड़ (Sanjay Rathod) का नाम गलत वजहों से सुर्खियों में है. प्रदेश में विपक्ष की भूमिका में मौजूद भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को दावा किया कि पुणे (Pune) में 23 वर्षीय एक युवती द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या करने के मामले का संबंध वन मंत्री संजय राठौड़ से है.

  1. बीजेपी ने मांगा मंत्री का इस्तीफा
  2. वन मंत्री संजय राठौड़ पर आरोप
  3. पुणे में महिला ने की थी आत्महत्या

प्रतिक्रिया का इंतजार

बीजेपी यहां लगातार पिछले दो दिन से घटना की जांच की मांग कर रही है वहीं, यवतमाल (Yawatmal) से शिवसेना नेता और विधायक राठौड़ इस मुद्दे पर टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे. वहीं इसी मामले को लेकर बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर ने कहा, उपलब्ध इलेक्ट्रॉनिक और अन्य साक्ष्यों से संकेत मिला है कि घटना का संबंध संजय राठौड़ से है इसलिए अब प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को उन्हें मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए अन्यथा हमें यह मान कर चलना होगा कि मुख्यमंत्री उन्हें बचा रहे हैं.'

पुणे में हुई थी महिला की मौत

पुणे के हडपसर क्षेत्र में आठ फरवरी को तड़के, एक इमारत से गिरकर युवती की मौत हो गई थी. वनवाड़ी पुलिस ने इस संबंध में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया है. पुलिस के अनुसार कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट में दावा किया गया है मृतका का राज्य सरकार के किसी मंत्री से संबंध था.

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बीजेपी ने की SIT जांच की मांग

बीजेपी नेता भातखलकर ने कहा, 'ठाकरे को एक विशेष जांच दल बनाना चाहिए जिसमें एक आईपीएस अधिकारी और एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश शामिल हों. उन्हें सभी साक्ष्य अपने कब्जे में ले लेना चाहिए.'

शिव सेना ने किया बचाव

वहीं इस मामले को लेकर वरिष्ठ शिवसेना नेता ने अपनी पार्टी के मंत्री का बचाव किया है. शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने औरंगाबाद में संवाददाताओं से कहा कि किसी साक्ष्य के बिना किसी को मामले से नहीं जोड़ा जा सकता. उन्होंने कहा, 'मामला संवेदनशील और दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रमाण के बिना किसी व्यक्ति का नाम इससे जोड़ना ठीक नहीं होगा. जल्दबाजी में इस्तीफे की मांग करना भी सही नहीं है.'

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