एक बार फिर एक मुंबईकर ने अनजान की मदद करके मानवता की मिसाल पेश की है. यहां एक पुलिसकर्मी ने एक सब्जी वाले की पत्नी को अपना खून देकर उसकी जान बचाई. मामला मुंबई के पवई इलाके का है.
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मुंबई: एक बार फिर एक मुंबईकर ने अनजान की मदद करके मानवता की मिसाल पेश की है. यहां एक पुलिसकर्मी ने एक सब्जी वाले की पत्नी को अपना खून देकर उसकी जान बचाई. मामला मुंबई के पवई इलाके का है. जोन-10 के अंतर्गत पवई पुलिस स्टेशन के आईआईटी चौकी पर तैनात सिपाही गणेश कट्टे के पास नीलेश नागे नाम का एक व्यक्ति आया और उससे मदद की गुहार लगाने लगा. नागे ने पुलिसकर्मी को बताया कि उसकी पत्नी हीरानंदानी अस्पताल में भर्जी है और उसे खून की सख्त जरूरत है. उसने बताया कि उसकी पत्नी का ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव है और अस्पताल के पास फिलहाल इस ग्रुप का खून नहीं है. उसने कहा कि अगर उसे खून नहीं मिला तो वह मर जाएगी. ये सुनते ही गणेश की दिल पसीज गया और उन्होंने अपना खून देकर महिला को जीवनदान दिया. नीलेश और उसकी पत्नी सहित मुंबई पुलिस के आला अधिकारी भी दरोगा की सराहना कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक 24 मार्च को पवई के आईआईटी सब्जी बाजार में सब्जी बेचने वाले नीलेश नागे की पत्नी बेहोश होकर गिर गई. उसे पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने खून की कमी बताकर बी पॉजिटिव खून उपलब्ध कराने की बात कही. डॉक्टरों ने बताया कि अस्पताल के ब्लड बैंक में भी इस ग्रुप का खून उपलब्ध नहीं था.
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Vegetable vendor Nilesh Nage whose wife fainted & had 2 B admitted to Hiranandani hospital, sought help from IIT Police Chowky on finding out that hospital’s blood bank had run out of B+ blood group! Constable Ganesh Katte, a B+, rode him on his bike without delay & donated blood pic.twitter.com/4QXzKsIJh9
— Mumbai Police (@MumbaiPolice) March 27, 2018
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मुंबई पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल से पोस्ट कर सिपाही गणेश कट्टे की तारीफ की है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अस्पताल से खून नहीं मिलने पर वह निराश होकर अस्पताल से बाहर आया, तभी उसकी नजर पास के आईआईटी पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही गणेश कट्टे पर पड़ी. वह जल्दी से सिपाही के पास गया और पत्नी के बारे में बताकर मदद की गुहार लगाई. सिपाही का ब्लड ग्रुप भी बी पॉजिटिव ही था. उन्होंने तुरंत नीलेश को बाइक पर बिठाया और अस्पताल पहुंच गए. वहां डॉक्टरों ने ब्लड ग्रुप जांच करने के बाद गणेश को खून दान करने के योग्य पाया.