शीना के जैविक पिता सामने आए, एफएसएल को नमूना भेजा गया
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शीना के जैविक पिता सामने आए, एफएसएल को नमूना भेजा गया

शीना बोरा हत्याकांड का ब्यौरा पुलिस द्वारा अदालत में दिये जाने के एक दिन बाद उसके जैविक पिता मंगलवार को पहली बार सामने आए और कहा कि वही शीना के पिता हैं और डीएनए टेस्ट के लिए तैयार हैं। वहीं रायगढ़ में निकाले गए 24 वर्षीय शीना के संभावित कंकाल को जांच के लिए मुम्बई स्थित फारेंसिंक साइंस लेबोरेटरी भेज दिया गया है।

मुम्बई/कोलकाता : शीना बोरा हत्याकांड का ब्यौरा पुलिस द्वारा अदालत में दिये जाने के एक दिन बाद उसके जैविक पिता मंगलवार को पहली बार सामने आए और कहा कि वही शीना के पिता हैं और डीएनए टेस्ट के लिए तैयार हैं। वहीं रायगढ़ में निकाले गए 24 वर्षीय शीना के संभावित कंकाल को जांच के लिए मुम्बई स्थित फारेंसिंक साइंस लेबोरेटरी भेज दिया गया है।

सिद्धार्थ राय ने आज कहा कि वह शीना के जैविक पिता हैं हालांकि उन्होंने उसकी मां और मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी से कभी विवाह नहीं किया। उन्होंने कहा कि अगर उसने :इंद्राणी: हत्या की है तो उसे फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंद्राणी ने उन्हें 1989 में छोड़ दिया था और उसके बाद से वे एक दूसरे से सम्पर्क में नहीं हैं। दास ने कहा कि उन्हें समाचारपत्रों के जरिये हत्या की जानकारी मिली और वह जांच में सहयोग करने को तैयार हैं। शीना और मिखाइल गुवाहाटी में रह रहे थे और वे दास और इंद्राणी की संतान हैं।

दास ने कहा कि अगर उसने (इंद्राणी) शीना को मारा है, तो मैं चाहता हूं कि उसे फांसी दे दी जाए। मैं काफी टूटा हुआ महसूस कर रहा हूं। दास ने कोलकाता में कहा कि मैंने इंद्राणी से कभी भी औपचारिक रूप से विवाह नहीं किया। मेरी कालेज के दिनों में 1986 में इंद्राणी से मुलाकात हुई थी। उसने मुझे 1989 में छोड़ दिया। शायद वह मेरी स्थिति से संतुष्ट नहीं थी क्योंकि उन दिनों मेरे पास कोई नौकरी नहीं थी। मीडिया व्यवसायी पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी मुखर्जी की गिरफ्तारी के बाद दास पहली बार सामने आए हैं। दास ने कहा कि वह डीएनए टेस्ट कराने को तैयार है। यह पूछे जाने पर कि क्या इंद्राणी शीना की हत्या कर सकती है, उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि वह ऐसा कर सकती है। कल मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत ने इस मामले में तीन आरोपियों इंद्राणी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना और ड्राइवर श्याम राय की पुलिस हिरासत की अवधि पांच सितंबर तक बढ़ा दी। जांचकर्ताओं ने कहा कि संदिग्ध संजीव और इंद्राणी ने कथित तौर पर शीना के शव को बिठा कर रखा था और मुम्बई से उसी अवस्था में रायगढ़ लाए और फिर वहां ठिकाने लगा दिया।

बहरहाल, रायगढ़ जिले में जिस स्थान पर 24 वर्षीय पीड़िता के शव को साल 2012 में ठिकाने लगाया गया था, उस स्थान से कंकाल को निकाल कर मुम्बई स्थित फारेंसिक साइंस लेबोरेटरी भेजा गया है। एफएसएल को इंद्राणी और मिखाइल बोरा के रक्त के नमूने भी मिल गए है जिसके इनके डीएनए का मिलान किया जाएगा।

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