केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा बोले- 'सीता की जन्मस्थली' आस्था का विषय, कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं
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केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा बोले- 'सीता की जन्मस्थली' आस्था का विषय, कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं

राज्यसभा में बुधवार को विपक्षी सदस्यों ने सीता की जन्मस्थली से जुड़े एक सवाल के लिखित जवाब को लेकर संस्कृति मंत्री महेश शर्मा पर निशाना साधा. जवाब में कहा गया था कि ‘सीता की जन्मस्थली आस्था का विषय है जो प्रत्यक्ष प्रमाण पर निर्भर नहीं करता.’

महेश शर्मा ने प्रश्नकाल के दौरान बिहार में सीता की जन्मस्थली से जुड़े पूरक सवालों का जवाब दे रहे थे. (फाइल फोटो)

नयी दिल्ली: राज्यसभा में बुधवार को विपक्षी सदस्यों ने सीता की जन्मस्थली से जुड़े एक सवाल के लिखित जवाब को लेकर संस्कृति मंत्री महेश शर्मा पर निशाना साधा. जवाब में कहा गया था कि ‘सीता की जन्मस्थली आस्था का विषय है जो प्रत्यक्ष प्रमाण पर निर्भर नहीं करता.’ 

विपक्षी सदस्यों ने महेश शर्मा पर उस समय निशाना साधा जब वह प्रश्नकाल के दौरान बिहार में सीता की जन्मस्थली से जुड़े पूरक सवालों का जवाब दे रहे थे. उन्होंने हालांकि अपने जवाब का बचाव करते कहा कि सीता की जन्मस्थली को लेकर कोई प्रश्नचिहन नहीं है और सदस्यों को उनका लिखित उत्तर पूरा पढ़ना चाहिए.

अपने लिखित उत्तर में उन्होंने कहा था, ‘सीता की जन्मस्थली आस्था का विषय है जो प्रत्यक्ष प्रमाण पर निर्भर नहीं करता. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने अब तक सीतामढ़ी जिला में कोई उत्खनन नहीं किया है. अत: उसके पास सीतामढ़ी के सीता की जन्मस्थली के रूप में होने से संबंधित कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं हैं. तथापि वाल्मीकि रामायण में सीता के मिथिला क्षेत्र में जन्म होने का उल्लेख किया गया है.’ 

भाजपा सदस्य प्रभात झा ने पूरक सवाल के जरिए सीतामढ़ी क्षेत्र के विकास का ब्यौरा मांगा था और कहा कि वहां कोई विवाद भी नहीं है. शर्मा ने कहा कि सरकार ने रामायण परिपथ (सर्किट) की योजना बनायी है जिसमें सीतामढ़ी को शामिल किया गया है.

कांग्रेस सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह इस जवाब की निंदा करते हैं जिसमें कहा गया है कि जन्मस्थली आस्था का विषय है.  सिंह ने कहा कि भाजपा ने रामसेतु के संबंध में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के रुख को लेकर भी आपत्ति जतायी थी. उन्होंने कहा कि मंत्री को इस जवाब के लिए माफी मांगनी चाहिए.

सपा सदस्य जया बच्चन, जदयू के अनिल कुमार साहनी आदि ने भी जवाब पर आपत्ति जतायी. शर्मा ने हालांकि कहा कि सीता की जन्मस्थली को लेकर कोई प्रश्नचिहन नहीं है और सरकार सीतामढ़ी के विकास के लिए पूरा प्रयास करेगी. भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि श्रीलंका सरकार ने अशोक वाटिका और संजीवनी पर्वत के बारे में पता लगाया है जिनके बारे में रामायण में वर्णन मिलता है.

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