कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) का सियासी समर लगातार दिलचस्प हो रहा है. नए-नए चुनावी नारों, पालाबदल और सियासी वायदों के बीच सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बीजेपी (BJP) पर तंज कसा है. ममता ने केंद्र सरकार (Central Government) की सत्ता में काबिज पार्टी की तुलना वाशिंग मशीन से करते हुए कहा, ''टीएमसी में कालो, बीजेपी में सब भालो'. यानी बीजेपी ऐसी वॉशिंग मशीन है, जिसके पास धुलाई की जबर्दस्त ताकत है. जो भी उसके भीतर जाता है एकदम बेदाग और चमक जाता है.' 


केंद्र सरकार पर साधा निशाना


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रानाघाट और नादिया (Nadia) में बीजेपी पर बरसते हुए ममता ने कहा कि बीजेपी सभी को रोजगार देने और सबकुछ मुफ्त में देने की बात करती है. उनके पास कहने को बहुत कुछ है लेकिन चुनाव के बाद वे सब भाग जाएंगे. बंगाल के कई जिलों में प्रभावी 'मतुआ' समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ' वो एक बिल लाए, जो अपने नागरिकों को अचानक बाहरी और विदेशी बना देगा. मैंने इसलिए ऐसा कहा क्योंकि बंगाल में CAA  नहीं होता है. एक सीएम के रूप में, हम सीएए को नहीं लागू होने देंगे. ममता ने ये भी कहा कि उनकी सरकार ने मतुआ विकास बोर्ड बनाया है और 10 करोड़ रुपये भी दिए हैं.'


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 इसलिए महत्वपूर्ण है मतुआ कम्युनिटी


2011 की जनगणना के अनुसार पश्चिम बंगाल में अनुसूचित जाति की आबादी करीब 1.84 करोड़ है और इसमें 50 फीसदी मतुआ संप्रदाय के लोग हैं. मतुआ संप्रदाय हिंदू धर्म को मान्यता देता है लेकिन ऊंच-नीच और भेदभाव को नहीं मानता है. 


Mamata Banerjee ने भाषण में ये भी कहा, 'उन्होंने एयर इंडिया (Air India), सेल और गेल (Gail) को बेच दिया है. पहले उन्होंने नोटबंदी की, फिर घर बंदी की, अब वो लोगों की जेल बंदी करेंगे. वो केंद्रीय एजेंसियों के जरिए हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन उनको इन सबसे कोई फर्क नहीं पड़ता. 


 


किसान आंदोलन को दिया समर्थन 


सोमवार को केंद्र पर नये कृषि कानूनों को लेकर निशाना साधते हुए इन्हें वापस लेने की मांग की. पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 55वीं पुण्यतिथि पर उन्होंने ट्वीट किया, ‘पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि. उन्होंने हमें ‘जय जवान, जय किसान’ का प्रेरणादायी नारा दिया था. हमें हमारे किसान भाइयों-बहनों पर गर्व है. किसान हमारे देश के नायक हैं. केंद्र को किसान विरोधी कानूनों को अभी वापस लेना चाहिए.’


ममता बनर्जी नये कृषि कानूनों के खिलाफ मुखर रही हैं जिनके विरुद्ध किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भी प्रदर्शन को अपना समर्थन जताया है.


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