Akhilesh Yadav And Mayawati: आखिरकार बसपा सुप्रीमो मायावती भी अब इंडिया गठबंधन का रुख करने वाली हैं. खास बात यह है कि अभी तक इंडिया गठबंधन में मायावती के शामिल होने का विरोध करने वाले अखिलेश यादव ने खुद इसके संकेत दिए हैं. अखिलेश यादव ने विधायकों की बैठक में यह बात कही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बसपा से बातचीत कर रही है. गठबंधन में बसपा के शामिल होने से अखिलेश को कोई आपत्ति नही यही, उन्होंने अब खुद इस बात को बताया है. अखिलेश ने कहा मायावती सीनियर नेता हैं, हम उनका सम्मान करते हैं. मैं मायावती पर सिर्फ राजनीति टिप्पणी करता हूं और बाकी पार्टी के नेता भी मायावती का सम्मान करें. अखिलेश ने यह भी कहा कि जयंत को 8 सीटें साथ ही कांग्रेस को भी 10 सीटों तक शेयरिंग की जा सकती है. वहीं चंद्रशेखर उर्फ रावण को भी सीटें दी जाएंगी.


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सुर बदलते नजर आ रहे


असल में इंडिया गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव अभी तक यह कहते आए हैं कि मायावती को इसमें नहीं शामिल करना चाहिए लेकिन अब उनके सुर बदलते नजर आ रहे हैं. उन्होंने खुद बताया कि मायावती से कांग्रेस बात कर रही है और वे गठंबंधन का हिस्सा बनने वाली हैं. उन्होंने कहा कि हम उनका सम्मान करते हैं. मैं मायावती पर सिर्फ राजनीति टिप्पणी करता हूं. उन्होंने कहा कि गठबंधन में शामिल लोगों को अपनी सीट के अलावा बाकी सीटों पर भी प्रचार करना होगा, बाकी सहयोगी दलों को भी सीटें उनकी ताकत के मुताबिक दी जाएंगी. अखिलेश ने कहा - जयंत 8 सीटें मांग रहें है, वो मेरे विश्वसनीय साथी हैं. उन्हें 8 सीटें दी जाएंगी. 


'सरकार पीडीए के खिलाफ है'
इसके अलावा अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि किसी का कोई भगवान हो, हमारा भगवान पीडीए है. असल में उन्होंने सपा के लखनऊ मुख्यालय में पार्टी के मौजूदा और पूर्व विधायकों की बैठक से इतर संवाददाताओं से बातचीत में एक सवाल पर बीजेपी सरकार पर पीडीए की विरोधी होने का आरोप लगाया है. प्रदेश में हुई शिक्षक भर्ती में आरक्षण को कथित रूप से ठीक तरीके से लागू नहीं किए जाने के विरोध में अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के बारे में पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा, ''यह सरकार पीडीए के खिलाफ है. यह उन्हें कभी न्याय नहीं दे सकती है. 


अखिलेश ने यह भी कहा कि मैं उन सभी नौजवानों से कहूंगा कि अभी 100 दिन हैं. वे भाजपा को हराने के लिए निकल पड़ें. उत्तर प्रदेश में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में अन्य पिछड़े वर्गों का आरक्षण सही तरीके से लागू नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए अनेक अभ्यर्थी पिछले करीब डेढ़ साल से लखनऊ में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. अखिलेश ने दावा किया कि आने वाले लोकसभा चुनाव में पीडीए ही एनडीए को हराएगा.


इंडिया गठबंधन में शामिल​ हुए और भी दल
वहीं दिल्ली में विपक्षी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ गठबंधन के तहत सीट के बंटवारे के मुद्दे पर कब तक कोई फैसला लिया जाएगा, इस पर अखिलेश ने कहा कि दिल्ली में जो बातचीत हो रही है उस पर पार्टी की तरफ से सुझाव दे दिए जाएंगे और उनसे भी सुझाव मांग लिए जाएंगे. लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने के लिए दिल्ली की सात सीट के बंटवारे के लिए सोमवार को ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रमुख दल कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी के नेताओं के बीच बैठक हुई थी. इसके अलावा कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को इस बात पर सहमति जताई कि प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाली पार्टी वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) को विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल किया जाना चाहिए.