नई दिल्ली: पीएम आवास पर आज भी बड़ी बैठक हुई. इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा समेत कई अन्य मंत्री मौजूद रहे.


मीटिंग का एजेंडा क्लियर नहीं


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जानकारी के मुताबिक मंत्रियों की इस मीटिंग का फिलहाल कोई एजेंडा सामने नहीं आया. हालांकि पिछले कई दिनों से चर्चाएं है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की जल्द ही विस्तार होने वाला है. जिसमें कई नए चेहरों को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा. 


पिछले कई दिनों से चल रही बैठकें


बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अपने मंत्रियों और उनके मंत्रालय के कामों की लगातार समीक्षा कर रहे हैं. वे पिछले कई दिनों से छोटे-छोटे समूहों में मंत्रियों को बुला रहे हैं. इन  बैठकों में बीजेपी अध्यक्ष जे पी नडडा भी मौजूद रहते हैं. मंत्रियों के कामकाज का आकलन करने के साथ ही प्रधानमंत्री उनसे सरकार के बारे में फीडबैक भी लेते हैं. 


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सूत्रों के अनुसार कोरोना के कारण कई मंत्रालयों की योजनाओं पर असर पड़ा है. जिन्हें अब जल्द से जल्द तेज करने पर विचार किया जा रहा है. माना जा रहा है कि आज की यह बैठक भी संबंधित मंत्रालयों के कामों की समीक्षा के लिए बुलाई गई थी. 


मंत्रिमंडल का विस्तार होने की अटकलें


कयास ये भी लगाया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में जल्द ही फेरबदल भी हो सकता है. इस फेरबदल में क्षेत्रीय-जातीय समीकरणों के साथ मंत्रियों के कामकाज की परफॉर्मेंस को भी आधार बनाया जाएगा. इसे देखते हुए पीएम की इन समीक्षा बैठकों (PM Meeting) का महत्व काफी बढ़ गया है.


कोरोना की दूसरी लहर पर हुई थी चर्चा


बताते चलें कि पिछले दिनों नड्डा और भाजपा के संगठन महासचिव बी एल संतोष ने कोरोना की दूसरी लहर से पैदा हुए हालात पर पार्टी नेताओं से चर्चा की थी. इन चर्चाओं में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन पर डिस्कस किया गया.  इसके बाद नड्डा ने सभी नेताओं के साथ प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी.


अगले साल 5 राज्यों में असेंबली चुनाव


अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा सहित पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं. इन चुनावों में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन को लेकर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अपनी तैयारियों में जुट गया है. इन पांच में से चार राज्यों में भाजपा का शासन है जबकि पंजाब कांग्रेस शासित है.


बीजेपी के सामने सरकार बचाने की चुनौती


इन पांच राज्यों के बाद साल के अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश के भी विधानसभा चुनाव होने हैं. इन सभी राज्यों में बीजेपी के सामने अपनी सरकार बचाने की चुनौती होगी. हालांकि, मंत्रिपरिषद में विस्तार या फेरबदल को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई बयान सामने नहीं आया है लेकिन पिछले कुछ दिनों से इसको लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. (इनपुट एजेंसी भाषा के साथ)


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