#Metoo: कॉमेडियन मल्लिका दुआ ने बयां किया दर्द - मेरा भी हुआ यौन शोषण
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#Metoo: कॉमेडियन मल्लिका दुआ ने बयां किया दर्द - मेरा भी हुआ यौन शोषण

कॉमेडियन मल्लिका दुआ ने अपने इंस्टाग्राम पर MeToo का हैश टैग लगाते हुए बचपन में अपने साथ हुए यौन शोषण के बारे में लिखा है.

मल्लिका ने बताया कि बताया कि 7 साल की उम्र में उनके साथ भी यौन शोषण की घटना हुई...(फोटो साभार: फेसबुक‌)

मुंबई: हॉलीवुड एक्ट्रेस एलिसा मिलानो ने अपने साथ हुए यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठाते हुए #MeToo अभियान चलाया था. उन्होंने दुनिया भर की महिलाओं से आह्वान किया कि वो #MeToo अभियान में शामिल हों. उनके इस अभियान को पूरी दुनिया से समर्थन मिल रहा है. हॉलीवुड से शुरू हुआ #MeToo अभियान अब बॉलीवुड पहुंच चुका है. कॉमेडियन मल्लिका दुआ ने भी अपने इंस्टाग्राम पर MeToo का हैश टैग लगाते हुए बचपन में अपने साथ हुए यौन शोषण के बारे में लिखा है.

  1. मल्लिका ने अपने फेसबुक पर एक पोस्‍ट के जरिये बयां किया दर्द
  2. हॉलीवुड एक्ट्रेस एलिसा मिलानो ने चलाया है #MeToo अभियान
  3. दुनियाभर की महिलाएं #MeToo अभियान में शामिल

मल्लिका ने अपने फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक पोस्‍ट के जरिये बताया कि 7 साल की उम्र में उनके साथ भी यौन शोषण की घटना हुई. मल्लिका ने घटना का जिक्र करते हुए लिखा, "मैं भी... खुद अपनी कार में. मेरी मां कार ड्राइव कर रही थीं जबकि वह हमारे साथ पीछे सीट पर बैठा था. पूरे समय उसका हाथ मेरी स्‍कर्ट में था. उस वक्त मैं सिर्फ 7 साल की थी और मेरी बहन 11 साल की. उसका हाथ मेरी स्‍कर्ट के अंदर हर जगह और मेरी बहन की पीठ पर घूमता रहा. मेरे पिता, जो उस समय दूसरी कार में थे, ने उसका मुंह तोड़ दिया क्‍योंकि उसी रात उन्‍होंने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया."

 

Me too.

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मल्लिका दुआ आज कल स्‍टार प्‍लस के शो 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' की शूटिंग में व्यस्त हैं.

इसके पहले मल्लिका ने उबर कैब में अपने साथ हुई बदतमीजी के बारे में भी सोशल मीडिया पर बताया था. दरअसल उन्होंने ड्राइवर को एसी बढ़ाने के लिए कहा था, उसके बाद ड्राइवर गुस्सा हो गया और उसने मल्लिका को बीच रास्ते में ही उतार दिया. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा था- जब मैंने एसी बढ़ाने कहा तो उसने गाड़ी रोक कर कहा उतर गाड़ी से. नहीं बढ़ाऊंगा एसी. उबर तुम लोगों को ऐड में कुछ भी दिखाता है कि अपना गाड़ी समझो. ऐसा कुछ नहीं है. तब मैं उस पर चिल्लाई और कहा कि मैं तुम्हारे खिलाफ एक्शन लूंगी. इसके बाद वो मुझे गालियां देने लगा था. मैं इस शहर में गाड़ी और ड्राइवर का खर्च उठा सकती हूं, लेकिन उनलोगों का क्या जिनके पास ये ऑप्शन नहीं है? क्या उन्हें हमेशा कैब ऑर्डन कर के रिस्क लेना होगा?

बता दें कि इस अभियान का मकसद अपने साथ हुई इस तरह की घटनाओं को दुनिया के सामने लाना है, जहां इन मुद्दों को बहुत ही कमतर आंका जाता है. इस हैशटैग के जरिए यह बताने की कोशिश की जा रही है कि ये सिर्फ छोटी और नजरअंदाज करने घटनाएं नहीं हैं. रविवार रात तक #MeToo के जरिये अब तक 2 लाख से ज्यादा ट्वीट किए जा चुके हैं.

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