गायों की तस्करी रोकनी ही होगी, BSF को और चौकस रहने की जरूरत- राजनाथ सिंह
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गायों की तस्करी रोकनी ही होगी, BSF को और चौकस रहने की जरूरत- राजनाथ सिंह

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को बीएसएफ से भारत-बांग्ला सीमा पर गाय की तस्करी रोकने के लिए और चौकस एवं सतर्क रहने का निर्देश दिया और कहा कि यह आपराधिक गतिविधि रोकनी ही होगी। मंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृहसचिव को एक नेशनल थिंक टैंक बनाने को कहा है जो भारत की सुरक्षा उसके सभी क्षेत्रों में सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा।

फाइल फोटो

नई दिल्ली : केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को बीएसएफ से भारत-बांग्ला सीमा पर गाय की तस्करी रोकने के लिए और चौकस एवं सतर्क रहने का निर्देश दिया और कहा कि यह आपराधिक गतिविधि रोकनी ही होगी। मंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृहसचिव को एक नेशनल थिंक टैंक बनाने को कहा है जो भारत की सुरक्षा उसके सभी क्षेत्रों में सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा।

उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए एक योजना बनायी गयी है कि देश की जमीनी सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित ओर अभेद्य हो और सरकार हमेशा के लिए सीमाओं पर सुरक्षा चुस्त दुरूस्त रखने के लिए लेजर वाल और निगरानी उपकरण जैसे स्मार्ट प्रौद्योगिकीय उपाय कर रही है। यहां बीएसएफ द्वारा आयोजित ‘बदलते परिदृश्य में सीमा प्रबंधन’ विषयक संगोष्ठी में अपने मुख्य संबोधन में सिंह ने कहा कि सुरक्षाबलों को भारत की आर्थिक सुरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए बदलती सुरक्षा चुनौतियों के प्रति चौकस और सचेत रहना होगा क्योंकि कुछ पड़ोसियों समेत कुछ तत्वों ने अपनी कुदृष्टि डाल दी है और नापाक गतिविधियां की हैं।

उन्होंने कहा कि सीमा प्रबंधन में कुछ खामियां हैं और ‘हम परिदृश्य और चौकस एवं सुरक्षित’ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। सिंह ने कहा, 'गाय की तस्करी कई सालों हो रही है। मैं गायों की तस्करी की संख्या 23 लाख से घटाकर 3-3.5 लाख करने को लेकर बीएसएफ जवानों को बधाई देता हूं। मैं बीएसएफ के जवानों और अधिकारियो से आह्वान करना चाहूंगा कि गायों की तस्करी रोकने के लिए हमें और चौकस एवं सचेत रहना होगा।' उन्होंने कहा कि इन उपायों के अलावा इस मुद्दे पर राज्य सरकारों का समर्थन हासिल करना भी जरूरी है और उनके मंत्रालय ने इस विषय पर उन्हें पत्र लिखा है।

गृहमंत्री ने कहा कि देश की सीमाओं की चौकसी कर रहे सुरक्षाबलों की क्षमताओं पर उन्हें पूरा विश्वास है ओर उसी विश्वास के आधार पर वह कह सकते हैं कि कोई भी भारतीय सीमाओं पर आंखे उठाकर देखने का दुस्साहस नहीं कर सकता। घुसपैठ की घटनाएं आधी हो गयी हैं और बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए हैं।

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