गृह मंत्रालय ने चुनाव आयोग के निर्देश पर पश्चिम बंगाल में अर्धसैनिक बलों की 700 से ज्यादा कंपनियां तैनात की हुई है लेकिन इसके बावजूद हिंसा की लगातार खबरे आ रही हैं.
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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में मंगलवार के दिन अमित शाह के रोड शो के दौरान हुई हिंसा पर गृह मंत्रालय ने चुनाव आयोग को चिठ्ठी लिखी है. गृह मंत्रालय ने चुनावों के दौरान हुई हिंसा पर चिंता जताते हुए आयोग से कहा है कि वो राज्य में प्रयाप्त सुरक्षा बलों की तैनाती करे जिससे भय का माहौल खत्म किया जा सके. गृह मंत्रालय ने चुनाव आयोग के निर्देश पर पश्चिम बंगाल में अर्धसैनिक बलों की 700 से ज्यादा कंपनियां तैनात की हुई है लेकिन इसके बावजूद हिंसा की लगातार खबरे आ रही हैं.
ज़ी न्यूज को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को कोलकाता में हुए रोड शो के दौरान अमित शाह की सुरक्षा में तैनात केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल ( सीआरपीएफ) के कमांडोज को सतर्क रहने को कहा था. गृह मंत्रालय में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक ,''सुरक्षा में तैनात सिक्योरिटी फोर्सेज के कमांडोज़ को पहले से जानकारी दी गयी थी कि जिस तरह से लगातार बंगाल में चुनावी हिंसा हो रही है ऐसे में अमित शाह के रोड शो के दौरान सुरक्षा घेरे को बेहद सख्त रखा जाये,
जब रोड शो के दौरान हिंसा शुरू हुई तो फौरन हरकत में आये क्लोज प्रोटेक्शन में लगे कमांडोज़ ने अमित शाह को रोड शो से हटाकर सुरक्षित जगह ले गए थे.'' भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह की सुरक्षा घेरे में सीआरपीएफ के 25 कमांडोज को तैनात किया गया था और जैसे ही रोड शो के दौरान हिंसा शुरु हुई सुरक्षा में तैनात कमांडोज ने अमित शाह को घटनास्थल से हटाकर सुरक्षित जगह लेकर चले गये थे.
गृह मंत्रालय ने अमित शाह को आईबी इनपुट के आधार पर ख़तरे को देखते हुए जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी हुई है. जिसमे सीआरपीएफ के बेहद प्रशिक्षित क्लोज़ प्रोटेक्शन कमांडोज़ सुरक्षा देते हैं.जिस दौरान कोलकाता में हिंसा हुई उस समय अमित शाह के साथ CRPF के 5 प्रोटेक्टी उस रोड शो में मौजूद थे.
रोड शो में हुई हिंसा को देखते हुए गृह मंत्रालय मे अमित शाह की सुरक्षा को और सख्त करने का फैसला किया है अब देश भर में होने वाले अमित शाह के चुनावी कार्यक्रम की सुरक्षा में बढ़ोत्तरी की जायेगी. मंत्रालय ने फैसला किया है कि अमित शाह की सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त के लिए एडवांस्ड सिक्योरिटी लायजन यानी ASL की टीम अब पहले से मौजूद होगी .
कमांडेंट रैंक का अधिकारी ऐसे चुनावी कार्यक्रम की सुरक्षा की पहले करेगा रिव्यु और उसके रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा के बंदोबस्त किये जायेंगे. अमित शाह की 16 मई और 17 मई को अलग अलग राज्यों में है चुनावी कार्यक्रम है.