Election Survey: अभी लोकसभा चुनाव हुए तो यूपी में बीजेपी को कितनी सीटें मिलेंगी? सर्वे के आंकड़ों ने चौंकाया
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Election Survey: अभी लोकसभा चुनाव हुए तो यूपी में बीजेपी को कितनी सीटें मिलेंगी? सर्वे के आंकड़ों ने चौंकाया

BJP Seats in UP: सर्वे से मालूम चला है कि यूपी में अभी भी मोदी मैजिक बरकरार है. अगर 2024 के लोकसभा चुनावों में भी नतीजे सर्वे के मुताबिक आते हैं तो यह विपक्ष के लिए सदमे से कम नहीं होगा. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के साथ उनके चाचा शिवपाल यादव की रणनीति भी धरी रह जाएगी. 

Election Survey: अभी लोकसभा चुनाव हुए तो यूपी में बीजेपी को कितनी सीटें मिलेंगी? सर्वे के आंकड़ों ने चौंकाया

Modi Magic: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल को अभी एक साल का वक्त बचा हुआ है. 2024 में देश में आम चुनाव होने हैं. कहते हैं कि केंद्र का रास्ता यूपी की गलियों से होकर जाता है. इसलिए सूबे में बीजेपी समेत तमाम राजनीतिक पार्टियां अभी से मंथन में जुट गई हैं. कोई समीकरण साध रहा है तो कोई आगे की रणनीति बनाने में जुटा है. लेकिन एक सर्वे में हैरान कर देने वाला आंकड़ा सामने आया है. इसमें कहा गया है कि यूपी में एक बार फिर मोदी मैजिक बीजेपी के लिए कमाल कर सकता है. 

अगर पिछले दो लोकसभा चुनावों का आंकड़ा उठाकर देखें तो यूपी में लोगों के सिर पीएम मोदी का जादू सिर चढ़कर बोला है. 2014 में बीजेपी ने 70 से ज्यादा सीटें यूपी में जीती थीं. जबकि 2019 में 62 सीटें उसके खाते में आई थीं. मोदी मैजिक की वजह से ही कांग्रेस और सपा और बसपा जैसी क्षेत्रीय पार्टियां यूपी में सीटों के लिए तरस गई थीं. अब 2024 में भी इतिहास खुद को दोहराते हुए नजर आ रहा है. सर्वे के मुताबिक, राज्य में मोदी मैजिक फिर बीजेपी के लिए कमाल कर सकता है. 

क्या कहता है सर्वे

एबीपी न्यूज के लिए Matrize के सर्वे की मानें तो अगर देश में अभी लोगसभा चुनाव होते हैं तो बीजेपी को 67-73 सीट मिल सकती हैं. इस सर्वे में 10 हजार लोगों ने अपनी राय दी थी. वहीं अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को 3-6 सीट मिल सकती हैं. वहीं कांग्रेस और मायावती की बसपा को एक से दो सीटों से संतोष करना पड़ सकता है. 

विपक्ष को लग सकता है झटका

सर्वे से मालूम चला है कि यूपी में अभी भी मोदी मैजिक बरकरार है. अगर 2024 के लोकसभा चुनावों में भी नतीजे सर्वे के मुताबिक आते हैं तो यह विपक्ष के लिए सदमे से कम नहीं होगा. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के साथ उनके चाचा शिवपाल यादव की रणनीति भी धरी रह जाएगी. हालांकि लोकसभा चुनाव में अभी काफी समय है. क्या सर्वे सच साबित होगा, यह तो अगले साल नतीजे आने के बाद ही मालूम चलेगा. 

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