Mohan Bhagwat On RSS: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने महाराष्ट्र के नागपुर का RSS के निर्माण और विकास में योगदान को लेकर बातचीत की.
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RSS In Nagpur: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार 10 अगस्त 2025 को RSS के निर्माण और विकास में नागपुर के योगदान पर जोर देते हुए कहा कि अपने त्याग और अपने अंदर समाई सामाजिक प्रतिबद्धता के कारण संघ इस शहर में स्थापित हो पाया है. मोहन भागवत महाराजा नागपुर ट्रस्ट की ओर से आयोजित एक बुक लॉन्च इवेंट में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने जनता को संबोधित किया.
मोहन भागवत ने कहा,' भले ही देश भर में ऐसे लोग हैं जो हिंदुत्व पर गर्व करते हैं और हिंदुओं के बीच एकता का आह्वान करते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि RSS जैसा संगठन केवल नागपुर में ही आकार ले सका. त्याग और सामाजिक प्रतिबद्धता की भावना यहां पहले से ही मौजूद थी, जिसने डॉक्टर हेडगेवार को RSS की स्थापना में मदद की.' बता दें कि डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार ने साल 1925 में महाराष्ट्र के नागपुर में RSS की स्थापना की थी.
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नागपुर में RSS की स्थापना का मकसद नागरिकों में सांस्कृतिक जागरूकता, अनुशासन, सेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व को बढ़ावा देना था. मोहन भागवत ने कहा,' राष्ट्र का निर्माण और सुधार करना हमारा कर्तव्य है. ऐसा करके हम अपने हितों की रक्षा करते हैं. जो देश अच्छा करता है वह दुनिया में सुरक्षित और सम्मानित होता है.'RSS प्रमुख ने छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत का भी जिक्र किया और उनके स्वराज और एकता के नजरिए की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज के प्रयास व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं, बल्कि ईश्वर, धर्म और राष्ट्र के लिए थे. उन्होंने कहा कि शिवाजी के आदर्श शासकों, स्वतंत्रता सेनानियों और यहां तक कि साल 1857 के विद्रोह को भी प्रेरित करते रहे हैं.
मोहन भागवत ने कहा,' जब शिवाजी महाराज ने स्वराज की स्थापना शुरू की तो उन्होंने लोगों को अपने लिए नहीं, बल्कि एक महान उद्देश्य के लिए एकजुट किया. उनकी एकता की भावना ने लोगों को शक्ति दी. जब तक उनके आदर्श समाज को प्रेरित करते रहे, उस युग का इतिहास प्रगति और विकास से भरा रहा. शिवाजी महाराज का दृष्टिकोण देश भर के शासकों और स्वतंत्रता सेनानियों को प्रभावित करता रहा और 1857 के विद्रोह को भी प्रेरित किया.' संघ प्रमुख ने यह भी कहा कि अंग्रेजों ने लोगों को एकजुट करने वाले प्रतीकों को व्यवस्थित रूप से नष्ट करने का प्रयास किया और नागरिकों से राष्ट्र की प्रगति और सामाजिक भलाई के लिए लड़ने वालों की निस्वार्थता से सीखने का आग्रह किया.
भागवत ने कहा,' अंग्रेजों ने व्यवस्थित रूप से उन प्रेरक भारतीय प्रतीकों को नष्ट करने का प्रयास किया, जिन्होंने लोगों को एकजुट किया था और प्रतिरोध की भावना को मजबूत किया था. हमें अपने अतीत से और उन लोगों से सीखने की जरूरत है जिन्होंने समाज की भलाई के लिए निस्वार्थ भाव से लड़ाई लड़ी.'
मोहन भागवत ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना और विकास में नागपुर का महत्वपूर्ण योगदान है. उन्होंने कहा कि त्याग और सामाजिक प्रतिबद्धता की भावना ने RSS को इस शहर में स्थापित करने में मदद की.
RSS की स्थापना 1925 में महाराष्ट्र के नागपुर में डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी.