Kannada News in Hindi: पई ने ये भी कहा, 'ये फिर से ब्रिटिश राज नहीं है. ये एक सर्विस सेक्टर से जुड़ा है. क्या बातचीत के लिए सामान्य से 200 शब्द सीखना मुश्किल है? इस भाषा विवाद में कोई भी किसी को पढ़ने और लिखने के लिए नहीं कह रहा है. बल्कि सामान्य बातचीत करने के लिए कह रहा है'.
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Kannada speaking controversy: इंफोसिस के पूर्व डायरेक्टर टीवी मोहनदास पई (Mohandas Pai) ने स्थानीय ग्राहकों के साथ कन्नड़ भाषा में संवाद करने से इनकार करने के लिए कर्नाटक में एसबीआई की ब्रांच मैनेजर की आलोचना की है. पई ने बतौर बैंक मैनेजर अपने बैंक कस्टमर के साथ किए गए व्यवहार को गलत बताते हुए उनकी क्लास लगाई है. पई ने तर्क देते हुए कहा, 'कारोबारियों और कारोबार से संबंधित लोगों को अपने स्थानीय ग्राहकों को उनकी ही समझ में आने वाली भाषा में सेवाएं देनी चाहिए. ताकि किसी तरह का कंफ्यूजन न हो.
बुनियादी शब्द सीखना विवाद नहीं सम्मान का विषय: पाई
पई ने कहा, 'बुनियादी कन्नड़ वाक्यांश सीखना सम्मान का विषय है. बैंक कर्मचारियों से कन्नड़ में धाराप्रवाह बोलने में माहिर होने की अपेक्षा नहीं की जाती है. हालांकि बैंक कर्मियों को स्थानीय ग्राहकों के साथ सम्मानपूर्वक संवाद करने के लिए बुनियादी कन्नड़ भाषा के शब्द और वाक्यांश सीखने की अपेक्षा की जाती है. पई के इस बयान ने नेटिजंस के बीच इंटरनेट पर एक बड़ी ऑनलाइन बहस छेड़ दी है. जिसमें कुछ लोग इस बात से सहमत थे कि सेवा प्रदाताओं को स्थानीय भाषाओं में संवाद करने का प्रयास करना चाहिए.
बातचीत के लिए 200 शब्द सीखना मुश्किल?
पई ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर तुषार गुप्ता नाम के यूजर की पोस्ट का हवाला देते हुए लिखा- 'आप बहुत गलत हैं. बिजनेस चाहे कोई हो, उसे अपने स्थानीय ग्राहकों को उनकी समझ में आने वाली भाषा में सेवा देनी चाहिए.'
You are very very wrong. Every business must serve its local customers in a language they understand. This is not the British Raj again. This is a service business. Learning say 200 words to converse is difficult?nobody is asking anyone to read and write but converse, learn a few… https://t.co/ipxKUJKPZD
— Mohandas Pai (@TVMohandasPai) May 21, 2025
पई ने ये भी कहा, 'ये फिर से ब्रिटिश राज नहीं है. ये एक सर्विस सेक्टर से जुड़ा है. क्या बातचीत के लिए सामान्य से 200 शब्द सीखना मुश्किल है? इस भाषा विवाद में कोई भी किसी को पढ़ने और लिखने के लिए नहीं कह रहा है. बल्कि सामान्य बातचीत करने के लिए कह रहा है. इसलिए आप अपने ग्राहकों के प्रति सम्मान दिखाने के लिए कुछ शब्द सीखें', क्योंकि वे ग्राहक हैं, आपके बंदी या मातहत नहीं. इस प्रकार का आपका अहंकार गलत है'.
कौन हैं पई?
पई कारोबार जगत का एक नामचीन चेहरा हैं. वो किसी पहचान या फार्मेलिटी के मोहताज नहीं. इंफोसिस के पूर्व सीईओ और एक महत्वपूर्ण उद्यमी और निवेशक मोहनदास पई भारत के प्रमुख पूंजीपतियों में से एक हैं. एक काबिल स्कॉलर पई देश के ज्वलंत और अहम विषयों पर बेबाकी के साथ बात रखते हैं.