मंगोलिया दुनिया में लोकतंत्र का नया प्रकाशपुंज: पीएम नरेन्द्र मोदी
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मंगोलिया दुनिया में लोकतंत्र का नया प्रकाशपुंज: पीएम नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि खनिज की प्रचुरता वाले मंगोलिया को भारत की विशेषज्ञता और उच्च विकास का फायदा होगा और इस बौद्ध राष्ट्र की प्रशंसा करते हुए उसे दुनिया में लोकतंत्रका नया प्रकाशपुंज बताया।

उलनबटोर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि खनिज की प्रचुरता वाले मंगोलिया को भारत की विशेषज्ञता और उच्च विकास का फायदा होगा और इस बौद्ध राष्ट्र की प्रशंसा करते हुए उसे दुनिया में लोकतंत्रका नया प्रकाशपुंज बताया।

प्रधानमंत्री मोदी को रविवार के दिन मंगोलिया की संसद हुराल को संबोधित करने का सम्मान प्रदान किया गया है जो अवकाश का दिन है। उन्होंने कहा, मैं आपके सवा सौ करोड़ आध्यात्मिक पड़ोसियों की शुभेच्छा लेकर आया हूं। हमारे संबंधों से बड़ा और पवित्र कोई संबंध नहीं हो सकता है। हम भारत में इस बात से सम्मानित महसूस करते हैं कि आप ऐसा सोचते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और मंगोलिया महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं। हम अपने राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष को मना रहे हैं। लेकिन हमारे संबंध भावनात्मक रूप से समय से परे हैं।

मोदी ने कहा कि आपका देश हमें याद दिलाता है कि दुनिया कितनी खूबसूरत है। इस महान संसद को संबोधित करना वास्तव में बड़े सम्मान की बात है। मंगोलिया में लोकतंत्र के 25वें वर्ष में ऐसा करना विशेष सम्मान की बात है। उन्होंने कहा, आप हमारी दुनिया में लोकतंत्र के नये प्रकाश पुंज हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत और मंगोलिया दुनिया को यह बता रहे हैं कि दिलों के संबंध में दूरियों की बाधाओं को पार करने की क्षमता होती है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में भारत के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मंगोलिया की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये संबंध प्रगति की ओर ले जाएंगे। उन्होंने कहा, पांच दशक पहले हम आपके साथ मजबूती से खडे रहे जब आप संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता एक सार्वभौम राष्ट्र के रूप में चाह रहे थे। समय समय पर आपने संयुक्त राष्ट्र और अन्य स्थानों पर हमारे साथ एकजुटता का प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत मंगोलिया हमारा सबसे बड़ा सहयोगी है। हम मंगोलिया के लिए आईटीईसी प्रशिक्षण की संख्या को 150 से बढाकर 200 करेंगे और भारत मंगोलिया संयुक्त स्कूल स्थापित करेंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच सीमा सुरक्षा और साइबर सुरक्षा समेत द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के संबंध में 14 समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए हैं। मोदी ने कहा कि हमने इस बात पर भी सहमति व्यक्त की कि भारत मंगोलिया के रक्षा एवं सुरक्षा प्रतिष्ठानों में साइबर सुरक्षा केंद्र स्थापित करने में मदद करेगा।

मंगोलिया की संसद हुराल में सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जहां हमारे बीच मानवीय संबंध मजबूत है, वहीं हमारे आर्थिक संबंध कम हैं। लेकिन मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि हमारे संबंध नये युग के हर मोड़ पर आगे बढेंगे। यह भारत के आर्थिक विकास के साथ आगे बढेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक वर्ष पहले भारत के सवा सौ करोड़ लोगों ने मानव इतिहास के सबसे बड़े लोकतांत्रिक चुनाव में बदलाव और विकास के लिए जनादेश दिया। हम गति, संकल्प और अपने वादे को पूरा करने के उद्देश्य के साथ काम कर रहे हैं।

मोदी ने कहा कि एक वर्ष से कम समय में हमारी विकास दर 7.5 प्रतिशत हो गयी। भारत दुनिया में तेजी से विकास दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। और हममें और तेजी से विकास दर्ज करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था कमजोर बनी हुई है, तब दुनिया एक स्वर में कह रही है कि वैश्विक आर्थिक विकास की गति प्रदान करने के लिए भारत के विकास का नया इंजन बनने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम इस बात को समझते हैं कि हमारी चुनौतियां भारत की विस्तृत सामाजिक एवं आर्थिक विविधता के रूप में फैली है। लेकिन हमें अपनी ठोस नीतियों और सुशासन में भरोसा है। मोदी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था हमारे क्षेत्र और दुनिया को मजबूती प्रदान कर रही है और इससे मंगोलिया को भी लाभ होगा।

मोदी ने कहा कि मंगोलिया का आर्थिक विकास भी प्रभावशाली है । इसलिए हमारे बीच भौगोलिक दूरी होने के बावजूद भी हमारे द्विपक्षीय संबंध आगे बढ़ेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि मंगोलिया खनिज संसाधनों से परिपूर्ण है जो हमारे संबंधों के लिए ईंधन का काम कर सकता है और मैं समझता हूं कि दूरी मंगोलिया को अपना सही सहयोगी चुनने में बाधक नहीं बनेगी।

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