एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि महज किसी मौलवी के कहने से मस्जिदें किसी के हवाले नहीं जा सकतीं, क्योंकि इबादतगाह का मालिक अल्लाह है. बता दें उत्तर प्रदेश के शिया केंद्रीय वक्फ बोर्ड ने उच्चतम न्यायालय से कहा है कि अयोध्या में विवादित स्थल से उचित दूर पर किसी मुस्लिम बहुल इलाके में मस्जिद का निर्माण किया जा सकता है. इसके मद्देनजर ओवैसी ने यह बयान दिया है.
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हैदराबाद : एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि महज किसी मौलवी के कहने से मस्जिदें किसी के हवाले नहीं जा सकतीं, क्योंकि इबादतगाह का मालिक अल्लाह है. बता दें उत्तर प्रदेश के शिया केंद्रीय वक्फ बोर्ड ने उच्चतम न्यायालय से कहा है कि अयोध्या में विवादित स्थल से उचित दूर पर किसी मुस्लिम बहुल इलाके में मस्जिद का निर्माण किया जा सकता है. इसके मद्देनजर ओवैसी ने यह बयान दिया है.
ओवैसी ने सोशल मीडिया पर दी प्रतिक्रिया
ओवैसी ने कल ट्वीट किया, ‘‘मस्जिदें महज किसी मौलाना से कहने से नहीं दी जा सकतीं. इनका मालिक कोई मौलाना नहीं बल्कि अल्लाह है. एक बार बनी मस्जिद, हमेशा मस्जिद रहती है.’’
Masjids cannot be given just bcos 1 Maulana says so,Allah is the owner not a Maulana once a Masjid always a Masjid Sctt decide on Evidence
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 13, 2017
Masjids can be managed by Shia,Sunni,Barelvi,Sufi,Deobandi,Salafi,Bohri but they are not owners ALLAH is the owner even AIMPLB cannot give
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 13, 2017
Masjids r built by people who believe in Day of Judgment & fear ALLAH only it is duty of Muslims t offer namaz in masjid that is protection
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 13, 2017
उन्होंने कहा, ‘‘मस्जिदों की देखरेख शिया, सुन्नी, बरेलवी, सूफी, देवबंदी, सलाफी, बोहरी कोई भी कर सकते हैं, लेकिन वह मालिक नहीं हैं. अल्लाह ही मालिक है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मस्जिदें वे लोग बनाते हैं जो कयामत के दिन में भरोसा रखते हैं और केवल अल्लाह से डरते हैं. मस्जिद में नमाज पढ़ना मुसलमानों का कर्तव्य है. यह हिफाजत है.’’
मौलाना कल्बे सादिक ने कही थी हिंदुओं को जमीन देने की बात
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर शियाओं के धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक ने रविवार को बड़ा बयान दिया था.कल्वे सादिक ने कहा था कि अगर बाबरी मस्जिद केस का फैसला मुस्लिमों के पक्ष में नहीं आता है तो उन्हें शांतिपूर्ण तरीक इसे स्वीकार लेना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर फैसला मुस्लिमों के पक्ष में आता है तो उन्हें खुशी-खुशी जमीन हिंदुओं को दे देनी चाहिए.
If Babri Masjid verdict is not in favor of Muslims, then they should peacefully accept it: Maulana Kalbe Sadiq, Shia cleric pic.twitter.com/mLbBoc23Ch
— ANI (@ANI) August 13, 2017
And if the Babri Masjid verdict is in favor of Muslims the they should happily give the land to Hindus: Maulana Kalbe Sadiq, Shia cleric pic.twitter.com/RPPsly41V7
— ANI (@ANI) August 13, 2017
कल्बे सादिक ने यह भी कहा था कि हमें जमीन जीतने की बजाए दिल जीतने की कोशिश करनी चाहिए.