मुंबई: मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने शनिवार को भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी परमबीर सिंह (Parambir Singh) के घर के बाहर एक नोटिस चस्पा कर उनसे जबरन वसूली के एक मामले में 12 अक्टूबर को पेश होने को कहा है. हाल में, महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल (Dilip Walse-Patil) ने कहा था कि ऐसी खबरें हैं कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर ने देश छोड़ दिया है. लेकिन कोई पुष्ट जानकारी नहीं है.


वसूली मामले में होनी है पूछताछ


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पुलिस अधिकारियों ने इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि मुंबई पुलिस की अपराध शाखा उपनगर गोरेगांव में सिंह के खिलाफ दर्ज वसूली के मामले की जांच कर रही है और उनसे पूछताछ करना चाहती है. अधिकारी ने कहा कि पुलिस की एक टीम मालाबार हिल इलाके में नीलिमा भवन स्थित सिंह के फ्लैट पर गई और उनके वहां नहीं होने के कारण बाहर नोटिस चस्पा किया. सिंह राज्य में कम से कम पांच आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं.


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बिमल अग्रवाल ने की थी शिकायत


बिल्डर सह होटल व्यवसायी बिमल अग्रवाल (Bimal Agarwal) की शिकायत पर गोरेगांव थाने में मामला दर्ज किया गया था. सिंह के अलावा बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वझे, सुमित सिंह उर्फ चिंटू, अल्पेश पटेल, विनय सिंह उर्फ बबलू और रियाज भाटी को FIR में आरोपी बनाया गया है. 


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क्या था पूरा मामला?


उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के दक्षिण मुंबई स्थित आवास के पास एक एसयूवी मिलने के मामले में सचिन वझे की गिरफ्तारी के बाद परमबीर सिंह को मुंबई पुलिस प्रमुख पद से हटा दिया गया और होमगार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया. इस एसयूएवी में विस्फोटक सामग्री रखी हुई थी. सिंह ने बाद में आरोप लगाया था कि राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने वझे को हर महीने मुंबई के होटलों और बार से 100 करोड़ रुपये वसूली के लिए कहा था. देशमुख ने इस आरोप से इनकार किया था.


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