Farooq Abdullah on West Bengal violence: अब्दुल्ला ने कहा, 'मुस्लिम विरोधी बयानबाजी और मुसलमानों के घरों और स्कूलों पर बुलडोजर चलाने के मामले चरम पर पहुंच गए हैं. सरकार अपनी की वैधता साबित नहीं कर पाई और आखिरकार सुप्रीम कोर्ट को प्रतिबंध लगाना पड़ा. इससे बात बिगड़ गई.
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West Bengal Politics: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून को लेकर हिंदुओं पर इतना अत्याचार हुआ कि उनकी चीखें सुन देशवासियों का कलेजा फट गया होगा. हिंदू बाहुल्य देश जहां 125 करोड़ से ज्यादा सनातनी रहते हों उसी भारत के एक हिस्से में हिंदुओं के खिलाफ ऐसी बरबर्ता देख उन पर हुई हैवानियत की गाथा लिखी जा सकती है. मुर्शिदाबाद समेत कई इलाकों में मौजूद दंगाइयों ने अपने-अपने इलाके में ऐसा उत्पात मचाया कि देखने वालों में दहशत भर गई. ऐसा खौफ दिखाया कि हिंदुओं को घरों को छोड़ भागना पड़ा. पश्चिम बंगाल में हिंदुओं को सरेआम मारा-पीटा और तड़पाया गया और उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. हालात देख कुछ पलों के लिए ये महसूस हुआ कि आखिर वो भारत के पश्चिम बंगाल में हैं या फिर मोहम्मद यूनूस के बांग्लादेश में जहां हिंदुओं का जीना मुहाल हो चुका है. लगातार हिंदुओं के घर में घुसकर, उन्हें अगवा करके उनकी हत्या की जा रही है.
बंगाल हिंसा में क्यों जल रहा है?
इस बीच पश्चिम बंगाल में बीते दिनों हुई हिंसा को लेकर देश के बड़े मुस्लिम नेता और नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान आया है. अबदुल्ला ने रविवार को कहा कि सांप्रदायिक नफरत देश को कमजोर कर रही है और पश्चिम बंगाल में हाल की हिंसा देश में बढ़ते हिंदू-मुस्लिम विभाजन का प्रत्यक्ष परिणाम है.
हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री ने लोगों से एकजुट होने और एकता प्रदर्शित करने का आग्रह किया और कहा कि 'खतरा पाकिस्तान या चीन से नहीं बल्कि देश के अंदर उन लोगों से है जो धर्म के नाम पर नफरत फैला रहे हैं.'
अब्दुल्ला जम्मू के निकट सीमावर्ती निर्वाचन क्षेत्र मढ़ में रिटायर्ड एसपी मोहन लाल कैथ के पार्टी में शामिल होने के स्वागत के लिए पार्टी द्वारा आयोजित जनसभा संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे.
बीजेपी पर निशाना
वालंटरी रिटायरमेंट लेने के बाद, पिछले साल चुनाव में मढ़ सीट हारने वाले कैथ ने कहा कि उन्होंने अपने समर्थकों से बात करने के बाद सत्तारूढ़ पार्टी एनसी में शामिल होने का फैसला करते हुए पार्टी को जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाने का संकल्प लिया है. बीजेपी पर परोक्ष निशाना साधते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि हाल ही में पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा 'देश भर में फैले सांप्रदायिक विभाजन' का परिणाम है.
अब्दुल्ला ने कहा, 'मुस्लिम विरोधी बयानबाजी और समुदाय के घरों, मस्जिदों व स्कूलों पर बुलडोजर चलाने के मामले चरम पर पहुंच गए हैं. सरकार अपनी की वैधता साबित नहीं कर पाई और आखिरकार उच्चतम न्यायालय ने प्रतिबंध लगा दिया. (भाषा)