जिन चार मंत्रियों को प्रमोशन मिला है, वे अभी तक अपने मंत्रालयों में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे हैं.
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नई दिल्ली: पीएम मोदी की कैबिनेट में चार मंत्रियों पीयूष गोयल, धमेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी को प्रमोशन मिला है. जी मीडिया के सूत्रों के मुताबिक अपने मंत्रालयों में बेहतरीन प्रदर्शन करने के कारण इन मंत्रियों को पदोन्नति मिली हैै. अभी तक ये अपने मंत्रालयों में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे हैं. दरअसल पीएम मोदी के 'न्यू इंडिया' के सपने को साकार करने की दिशा में इन नेताओं ने अपने मंत्रालयों में बेहतरीन कामकाज किया है. लिहाजा अब उनको कैबिनेट मंत्री का रुतबा मिला है.
1. जब बीजेपी विपक्ष में थी तब निर्मला सीतारमण ने पार्टी के प्रवक्ता के रूप में बेहतरीन छाप छोड़ी थी. नतीजतन सत्ता में आने के बाद पार्टी ने उनको वाणिज्य मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री बनाया. धीरे-धीरे अपने कामकाज में उनकी पकड़ बनती गई और अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक बातचीत और समझौतों में उनका सीधा दखल रहा. डोकलाम विवाद के दौरान वह हाल में ब्रिक्स मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए चीन गईं थीं.
2. पीयूष गोयल ने ऊर्जा मंत्री के रूप में कोयले खदानों की सफलतापूर्वक नीलामी कराई. इस दौरान भ्रष्टाचार का कोई भी मामला सामने नहीं आया. घरेलू बिजली सप्लाई की अबाध आपूर्ति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए. उड़ान स्कीम को सफल बनाने में योगदान रहा.
3. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को ओडिशा में बीजेपी का संभावित सीएम उम्मीदवार माना जा रहा है. बेहद लो-प्रोफाइल धर्मेंद्र प्रधान ने पेट्रोलियम मंत्रालय को किसी सी भी प्रकार की लॉबी से मुक्त कर दिया है. पहल और उज्ज्वला स्कीमों के माध्यम से सबसे गरीब तबके को सफलतापूर्वक गैस सिलेंडर दिलाने का उल्लेखनीय काम किया है. इसका बेहद सकारात्मक सामाजिक प्रभाव दिखा है.
4. मुख्तार अब्बास नकवी के सहज व्यवहार के विरोधी भी कायल हैं. अल्पसंख्यक मामलोंं के मंत्री के रूप में उनका पॉजिटिव रिपोर्ट कार्ड रहा है.
5. इन नेताओं को कई वरिष्ठ नेताओं पर तरजीह देते हुए मंत्री बनाया गया था और अब उनका कैबिनेट रैंक का दर्जा देने से स्पष्ट हो गया है कि पार्टी इनको अगली पीढ़ी के नए युवा चेहरों के रूप में देख रही है.