बॉलीवुड की क्वीन कहीं जाने वाली कंगना रनौत ने कहा कि 'चलो जीते हैं' फिल्म निश्चित ही नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का काम करेगी.
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नई दिल्ली : बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस कंगना रनौत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत का सबसे ताकतवर नेता बताया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी लोकतंत्र के सबसे योग्य और सही नेता हैं. वह इस पद पर विरासत में मिली राजनीति की वजह से नहीं बल्कि अपनी कड़ी मेहनत की वजह से हैं. कंगना ने कहा कि मोदी ने देश को विकास की राह पर लाकर भारत का लोहा दुनिया में मनवाया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बचपन पर बनी शार्ट फिल्म 'चलो जीते हैं' 29 जुलाई, रविवार को रिलीज हो रही है. मंगेश हदावले निर्देशित शॉर्ट फिल्म प्रधानमंत्री के बचपन का संघर्ष दिखाया है. कंगाना रनौत ने इस फिल्म की स्क्रीनिंग के मौके पर प्रधानमंत्री की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि यह फिल्म उनके संघर्ष की गाथा दिखाती है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस देश को विश्व पटल पर लाने के लिए कड़ी मेहनत की है.
2019 के चुनावों में प्रधानमंत्री पद की दावेदारी पर कंगना ने कहा कि निश्चित ही उन्हें अगले साल फिर से सत्ता में आना चाहिए, क्योंकि 5 साल का समय देश को गड्ढे से बाहर निकालकर विकास की राह पर ले जाने के लिए पर्याप्त नहीं है. अगर देश को एक विकसित राष्ट्र के रूप में हमें देखना है तो नरेंद्र मोदी को अगले साल फिर से सत्ता में लाना होगा. बॉलीवुड की क्वीन कहीं जाने वाली कंगना ने कहा कि 'चलो जीते हैं' फिल्म निश्चित ही नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का काम करेगी.
Narendra Modi is the most deserving candidate &rightful leader of a democracy. He is not in this position because of his parents, he has worked hard to be here. Yes, he should come to power next year as 5 years are not enough to pull a country out of pit: Kangana Ranaut in Mumbai pic.twitter.com/fTG0lT4Zg9
— ANI (@ANI) 28 जुलाई 2018
बता दें कि शॉर्ट फिल्म 'चलो जीते हैं' की स्पेशल स्क्रीनिंग राष्ट्रपति भवन में की गई. इस फिल्म को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने देखा था. यह फिल्म प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन की सत्य घटनाओं पर आधारित है. इस फिल्म में दिखाया गया है कि नरु नाम के एक छोटे सा बच्चा देश के लिए कुछ करना चाहता है और बाल मन में देश के प्रति यह प्रेम स्वामी विवेकानंद की किताब पढ़ने के बाद आया. स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि 'वही जीते हैं जो दूसरों के लिए जीते हैं.' बस यही विचार नरु के मन में घर कर लेता है और फिर शुरू होती है उसके संघर्ष की दास्तां. 32 मिनट की यह फिल्म मंगेश हदावाले ने निर्देशित की है.
ज़ी न्यूज़ से खास बातचीत में कंगना से पूछा गया कि क्या वह राजनीति में भी आएंगी, तो उन्होंने कहा राजनीति के लिए अभी वह बहुत छोटी हैं, लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि समय आने पर वह देश की सेवा जरूर करेंगी.