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नई दिल्लीः हिंदू देवी-देवताओं पर अभ्रद टिप्पणी करने वाले समाजवादी पार्टी के सासंद नरेश अग्रवाल को फोन पर धमकी मिली है. राज्यसभा सांसद के कार्यालय ने धमकी भरे फोन की पुष्टि की है. आपको बता दें कि बुधवार को राज्यसभा में गोरक्षा के नाम पर हो रहे उत्पीड़न पर चर्चा के दौरान ये विवादित बयान दिया था.
SP MP Naresh Agrawal's office received threat call from unknown person/organisation over his controversial remarks in Rajya Sabha yesterday
— ANI (@ANI_news) July 20, 2017
वहीं बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने आज नरेश अग्रवाल के घर के बाहर लगी नेम प्लेट पर कालिख पोत दी.
Delhi: Bharatiya Janata Yuva Morcha members blacken name plate outside Naresh Agrawal's residence protesting over his remarks in Rajya Sabha pic.twitter.com/18QZcDJz6k
— ANI (@ANI_news) July 20, 2017
सपा सांसद ने कहा कि 1991 में राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान कई 'रामभक्त' जेल गए थे. उस वक्त कई स्कूलों को अस्थाई जेल बना दिया गाया था.ऐसे एक जेल में वो भी गए थे. उन्होंने वहां की दीवार पर 'रामभक्तों' द्वारा लिखे हुए दो लाइन देखे थे. उन दो लाइनों को उन्होंने सदन को सुनाया. इनमें हिंदू देवी-देवताओं को लेकर विवादस्पद बातें कही गईं थीं.
नरेश अग्रवाल के विवादास्पद बयान पर राज्यसभा में हंगामा, बाद में मांगी माफी
उनके द्वारा सुनाई गई इन पंक्तियों पर सदन में हंगामा होने लगा. बीजेपी के सदस्य उनसे माफी की मांग करने लगे. 'श्री राम का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान' के नारे लगाए गए. बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली और अनंत कुमार ने कहा कि सदन के बाहर ऐसी भाषा के लिए आप पर एफआईआर हो सकता था. उप सभापति ने आदेश दिया कि नरेश अग्रवाल के बयान को सदन की कार्यवाही से हटा दिया जाए.
बाद में नरेश अग्रवाल ने खेद प्रकट किया. हालांकि नरेश अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने अपनी तरफ से कुछ नहीं कहा. मैंने केवल दीवार पर लिखे नारे को कोट किया था जिसपर सत्तापक्ष के लोगों को आपत्ति थी. नरेश अग्रवाल के खेद प्रकट करने के बाद सदन में शोरगुल थम गया और कार्यवाही सुचारू रूप से चलने लगी.