नारी शक्ति: प्रेरणादायक है किसान चाची की कहानी, ऐसे पूरा किया गृहणी से पद्मश्री तक का सफर
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नारी शक्ति: प्रेरणादायक है किसान चाची की कहानी, ऐसे पूरा किया गृहणी से पद्मश्री तक का सफर

राजकुमारी देवी साधारण सी दिखने वाली एक असाधारण महिला हैं. भारत सरकार ने इन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया है.

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सरैया में रहती हैं राजकुमारी देवी.

नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2020 (International Women's Day 2020) पर Zee News का ये स्पेशल एडिशन 'नारी शक्ति' उन महिलाओं को समर्पित है जिन्होंने मेहनत और लगन से न सिर्फ अपना जीवनस्तर सुधारा बल्कि सैकड़ों महिलाओं के लिए प्रेरणा बनीं.

  1. राजकुमारी देवी की साधारण सी दिखने वाली असाधारण कहानी
  2. बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सरैया की रहने वाली हैं राजकुमारी देवी
  3. 'किसान चाची' बनकर महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर 

ये हैं बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सरैया की राजकुमारी देवी. लोग इन्हें किसान चाची के नाम से जानते हैं. राजकुमारी देवी साधारण सी दिखने वाली एक असाधारण महिला हैं. भारत सरकार ने इन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया है.

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राजकुमारी देवी का खेतों से पद्मश्री तक का सफर संघर्षों से भरा रहा. उन्होंने अपने परिवार के साथ-साथ 400 महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा किया. उन्होंने बताया कि उनके पति के पास सिर्फ 2.5 एकड़ जमीन थी. इतनी कम जमीन से परिवार का पेट पालना मुश्किल था. इसलिए उन्होंने फैसला किया कि घर में रहने की बजाय वो भी खेतों में काम करेंगी.

सबसे पहले उन्होंने पूसा कृषि विद्यालय से उन्नत कृषि की जानकारी ली और अपने खेतों में ओल और पपीता लगाया. ओल का आटा और आचार बनाकर सीधे बाजार में बेचने लगीं. अचार के बिजनेस में आय होने लगी तो गांव की महिलाएं भी उनके पास सीखने के लिए आने लगीं. 

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राजकुमारी देवी ने अपने घर पर ही महिलाओं को खेती करना और आचार बनाना सिखाया. दूसरी महिलाओं के भी फूड प्रोडक्ट बाजार में बिकने लगे. और राजकुमारी देवी किसान चाची के नाम से मशहूर हो गईं. किसान चाची अब तक 40 से ज्यादा स्वयं सहायता समूह बना चुकी हैं. 

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